उज्जैन में 20 जून को ब्लाग और वेब से संबंधित एक बड़ा सेमिनार आयोजित होने जा रहा है. सेमिनार का विषय है 'इंटरनेट में दुनिया'. इंटरनेट की दुनिया के हर हिस्से का भूगोल-इतिहास-विज्ञान-गणित आदि समझाने के लिए अपने-अपने फील्ड के माहिर लोग आ रहे हैं. लेफ्टिनेंट जनरल, इंजीनियर, पत्रकार, फिल्म निर्माता. कोई साइबर क्राइम की कथा सुनाएगा तो कोई ब्लागिंग के भूत-भविष्य का वाचन करेगा. कोई इंटरनेट पर भाषा और मीडिया की चर्चा करेगा तो कोई इंटरनेट पर फिल्मों व वीडियो के तकनीकी व दर्शन पक्ष को व्याख्यायित करेगा. उज्जैन के कालिदास अकादमी में 20 जून को सुबह साढ़े दस बजे से कार्यक्रम की शुरुआत होगी. कार्यक्रम के संयोजक हैं केशव राय (कृतिका कम्यूनिकेशन, मुंबई). संचालक हैं गायत्री शर्मा और अमित राठौर.
सेमिनार के प्रमुख वक्ता इस प्रकार हैं- भीका शर्मा (असिसटंट मैनेजर, वेबदुनिया)– इंटरनेट एण्ड मीडिया, रवि रतलामी (इंजीनियर व प्रसिद्ध ब्लॉगर) – इंटरनेट और भाषाएँ, यशवंत सिंह और सुरेश चिपलूनकर (पत्रकार व ब्लॉगर) – इंटरनेट और ब्लॉगिंग, प्रकाश हिंदुस्तानी (वरिष्ठ पत्रकार) – इंटरनेट पर सोशियल नेटवर्किंग साइट, रजत बड़जात्या (राजश्री प्रोडक्शन) – इंटरनेट पर वीडियो, नेली कूलस (सीईओ, म्यूजिक बिजप्रो) – यू ट्यूब के बारे में जानकारी, मधुर दातार (रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल) - साइबर क्राइम.
इस सेमिनार के संबंध में जो आधारपत्र तैयार किया गया है, वो इस प्रकार है- ''सूचना और जानकारी के अभाव में हम शून्य है। अपने विचारों को संप्रेषित करने के लिए, भीड़ में अपनी अलग पहचान बनाने के लिए, देश-विदेश की जानकारियों, सूचनाओं की प्राप्ति के लिए व समय के साथ-साथ कदमताल करने के लिए हमें एक ऐसे अत्याधुनिक माध्यम की आवश्यक्ता महसूस हुई, जो हमें घर बैठे ही दुनियाभर की जानकारियों से अपडेट करा दे तथा साथ ही साथ हमारे संदेशों, विचारों और प्रतिक्रियाओं को भी हमारे परिजनों, मित्रों व सत्ता की कुर्सी पर विराजमान राजनेताओं तक पहुँचा सके।
डाक, फैक्स, मोबाइल, कूरियर, टीवी आदि के रूप हमारे पास साधनों की तो भरमार थी पर समय की किल्लत और आपसी मेल-मिलाप के अभाव में इंटरनेट हमारे बीच एक ऐसा वरदान बनकर आया, जिसने हमारे जीवन को सरल व जीवन-शैली को उन्नत बनाने के साथ-साथ हमें देश-विदेश में बैठे अपनों से भी जोड़ दिया। आज ई-मेल, ब्लॉगिंग, चैटिंग, सर्फिंग आदि के मद्देनजर इंटरनेट को अविष्कार कम और वरदान अधिक कहा जाने लगा है।
इंटरनेट के फायदों ने आज जहाँ हमें साक्षर, मॉर्डन, फैशनेबल व एक जागरूक नागरिक बना दिया है, वहीं इसके दुष्परिणामों ने हमारे जीवन को मुसीबतों का जंजाल भी बना दिया है। इंटरनेट का उपयोग करते हुए जाने-अनजाने कही न कही हम और आप भी 'साइबर क्राइम' के शिकार हो जाते हैं, जिसमें हमारी दखल के बगैर हमारी तस्वीर, हमारे लिखित विचार, हमारे बैंक अकाउंट आदि के साथ छेड़छाड़ कर हमें नुकसान पहुँचाने व हमारी साख को धूमिल करने का षड्यंत्र रचा जाता है।
आज के दौर में इंटरनेट के फायदों और नुकसान से आपको परिचित कराने के लिए हम आ रहे हैं आपके बीच, आपके शहर में। यह एक ऐसा मंच होगा जहाँ हमारे साथ-साथ आप भी इंटरनेट की दुनिया की सैर करेंगे व अपनी उन सभी जिज्ञासाओं का समाधान पाएँगे, जो कल तक इंटरनेट को लेकर आपके दिल में खलबली मचा रही थी।''
सेमिनार के प्रमुख वक्ता इस प्रकार हैं- भीका शर्मा (असिसटंट मैनेजर, वेबदुनिया)– इंटरनेट एण्ड मीडिया, रवि रतलामी (इंजीनियर व प्रसिद्ध ब्लॉगर) – इंटरनेट और भाषाएँ, यशवंत सिंह और सुरेश चिपलूनकर (पत्रकार व ब्लॉगर) – इंटरनेट और ब्लॉगिंग, प्रकाश हिंदुस्तानी (वरिष्ठ पत्रकार) – इंटरनेट पर सोशियल नेटवर्किंग साइट, रजत बड़जात्या (राजश्री प्रोडक्शन) – इंटरनेट पर वीडियो, नेली कूलस (सीईओ, म्यूजिक बिजप्रो) – यू ट्यूब के बारे में जानकारी, मधुर दातार (रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल) - साइबर क्राइम.
इस सेमिनार के संबंध में जो आधारपत्र तैयार किया गया है, वो इस प्रकार है- ''सूचना और जानकारी के अभाव में हम शून्य है। अपने विचारों को संप्रेषित करने के लिए, भीड़ में अपनी अलग पहचान बनाने के लिए, देश-विदेश की जानकारियों, सूचनाओं की प्राप्ति के लिए व समय के साथ-साथ कदमताल करने के लिए हमें एक ऐसे अत्याधुनिक माध्यम की आवश्यक्ता महसूस हुई, जो हमें घर बैठे ही दुनियाभर की जानकारियों से अपडेट करा दे तथा साथ ही साथ हमारे संदेशों, विचारों और प्रतिक्रियाओं को भी हमारे परिजनों, मित्रों व सत्ता की कुर्सी पर विराजमान राजनेताओं तक पहुँचा सके।
डाक, फैक्स, मोबाइल, कूरियर, टीवी आदि के रूप हमारे पास साधनों की तो भरमार थी पर समय की किल्लत और आपसी मेल-मिलाप के अभाव में इंटरनेट हमारे बीच एक ऐसा वरदान बनकर आया, जिसने हमारे जीवन को सरल व जीवन-शैली को उन्नत बनाने के साथ-साथ हमें देश-विदेश में बैठे अपनों से भी जोड़ दिया। आज ई-मेल, ब्लॉगिंग, चैटिंग, सर्फिंग आदि के मद्देनजर इंटरनेट को अविष्कार कम और वरदान अधिक कहा जाने लगा है।
इंटरनेट के फायदों ने आज जहाँ हमें साक्षर, मॉर्डन, फैशनेबल व एक जागरूक नागरिक बना दिया है, वहीं इसके दुष्परिणामों ने हमारे जीवन को मुसीबतों का जंजाल भी बना दिया है। इंटरनेट का उपयोग करते हुए जाने-अनजाने कही न कही हम और आप भी 'साइबर क्राइम' के शिकार हो जाते हैं, जिसमें हमारी दखल के बगैर हमारी तस्वीर, हमारे लिखित विचार, हमारे बैंक अकाउंट आदि के साथ छेड़छाड़ कर हमें नुकसान पहुँचाने व हमारी साख को धूमिल करने का षड्यंत्र रचा जाता है।
आज के दौर में इंटरनेट के फायदों और नुकसान से आपको परिचित कराने के लिए हम आ रहे हैं आपके बीच, आपके शहर में। यह एक ऐसा मंच होगा जहाँ हमारे साथ-साथ आप भी इंटरनेट की दुनिया की सैर करेंगे व अपनी उन सभी जिज्ञासाओं का समाधान पाएँगे, जो कल तक इंटरनेट को लेकर आपके दिल में खलबली मचा रही थी।''
साभार - भड़ास ४ मीडिया .कॉम
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