नई दिल्ली, 19 जून - सेक्स गुरु के नाम से कुख्यात हो चुके नित्यानंद ने अपनी सारी सांसारिक संपत्तियां और बैंक खाते त्याग दिए थे लेकिन अचानक दिल्ली से भाजपा शासित कर्नाटक में एक संदेश गया और कर्नाटक सीआईडी ने उच्च न्यायालय को कह दिया कि नित्यानंद के बैंक खातों को सील किए रखने की अब कोई जरूरत नहीं हैं क्योंकि उस पर किसी आर्थिक घपले या घोटाले का आरोप नहीं है। कर्नाटक के अतिरिक्त एडवोकेट जनरल के एम नटराज सीआईडी की तरह से पेश हुए और उन्होंने कहा कि नित्यानंद ने किसी को आर्थिक धोखा नहीं दिया है इसलिए बैंक खातों को चालू कर दिया जाए। इज्जत बचाने के लिए सीआईडी ने यह जरूर कहा कि जरूरत पड़ने पर यह खाते फिर सील करने की उसे अनुमति दी जानी चाहिए। एक कन्नड़ अभिनेत्री के साथ रासलीला के वीडियो सामने आ जाने के बाद नित्यानंद ने अपने सभी बारह खातो से अपने आपको अलग कर लिया था और कहा था कि उन्हें सांसारिक आनंदो और संपत्तियों का कोई मोह नहीं है। मगर अग्नि पूजा करने के बाद उन्हे बोध आया कि खातो में करोड़ो रुपए पड़े है और उसकी तरफ से अपील की गई कि अन्नदान और मेडीकल शिविर चलाने के लिए पैसा चाहिए इसलिए खाते खोल दिए जाए। कितने दिनों से नित्यानंद के एक बहुत करीबी शिष्य मरियप्पा गायब थे और उनकी पत्नी ने उनकी हत्या का संदेह जाहिर करते हुए उच्च न्यायालय से उनका पता लगाने की अपील की थी। आज मरियप्पा खुद प्रकट हो गए। मरियप्पा ने कहा कि उनका अपहरण हुआ था और उन्हे नित्यानंद के ही एक आश्रम की वेंकटेश्वर धर्मशाला में रखा गया था। नित्यानंद के बैंक खाते सिर्फ कर्नाटक में नहीं है। दिल्ली और मुंबई में भी उसके बैंक खाते हेै और दिल्ली पुलिस का दावा है कि कर्नाटक पुलिस ने दिल्ली पुलिस को नित्यानंद के राम कृष्णपुरम इलाके में एक दक्षिण भारतीय बैंक में खाते की जांच करने के लिए कभी नहीं कहा। बैंक सूत्रों के अनुसार इस खाते का संचालन कोर बैंकिंग के जरिए नित्यानंद द्वारा बंगलुरु से ही किया जाता है।
साभार - www.datelineindia.com
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