भड़ास ४ मीडिया .कॉम जानी मानी साईट है . मगर उस पर लिखित कमेन्ट कितने घटिया है मजे की बात है की इसे बिना देखे लगा दिया जाता है . यशवंत जी गंदे कमेन्ट को हटा दिया करे जिसमे खुल कर माँ - बहन बेटी का निरादर किया जाता हो | .
जरा खबर के नीचे कमेन्ट पर नजर डाले ....................?
बरेली में सीकेटी को लेकर उहापोह, एएन सिंह की रांची से विदाई, सरोज अवस्थी रांची पहुंचे
दैनिक जागरण, बरेली में जीएम कम संपादक चंद्रकांत त्रिपाठी को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. खबर उन्हें हटाए जाने की भी उड़ रही है क्योंकि प्रबंधन ने उनकी जगह जागरण, रांची के जीएम एएन सिंह को बरेली बुला लिया है. एन सिंह के आने के बाद सीकेटी यानी चंद्रकांत त्रिपाठी का क्या होगा, इसे लेकर चर्चाएं जारी हैं. सरोज अवस्थी ने भी रांची में कार्यभार संभाल लिया है.
दैनिक जागरण, रांची के जीएम एएन सिंह को कल रांची में जोरदार विदाई दी गई. आठ सालों से जागरण को सेवा दे रहे एएन सिंह का कल रांची में आखिरी दिन था. इस दौरान उनके लिए जागरण के कार्यालय परिसर में विदाई समारोह आयोजित किया गया था. रांची के सातों हॉकर यूनियन के सैकड़ों हॉकर एएन सिंह को विदाई देने के लिए मौजूद थे. इसके अलावा जागरण के कर्मचारी, परिचित भी विदाई समारोह में अंत तक जमे रहे. बताया जा रहा है कि अब तक झारखंड में किसी जीएम को इतनी शानदार विदाई नहीं दी गई थी. कई लोगों की आंखें नम हुई. एएन सिंह भी कई मौकों पर भावुक हुए.
विदाई समारोह के बाद एएन सिंह बरेली पहुंचने के लिए ट्रेन से रवाना हो गए, जबकि पहले एएन सिंह का तबादला आगरा के लिए किया गया था. परन्तु बाद में प्रबंधन ने अपना इरादा बदलते हुए उन्हें बरेली भेज दिया. सूत्रों का कहना है कि एएन सिंह की जगह दैनिक जागरण, आगरा के जीएम कम संपादक रहे सरोज अवस्थी ने अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है. अब वे एएन सिंह की जगह जागरण, रांची के जीएम बन गए हैं. सूत्रों का कहना है कि सरोज अवस्थी आगरा में कुछ और दिन रहना चाहते थे, परन्तु प्रबंधन के कड़े तेवर के बाद उन्होंने रांची पहुंचने में ही अपनी भलाई समझी.
इधर, एएन सिंह का आगरा तबादला नहीं होने के बाद मैनेजमेंट ने यहां विज्ञापन मैनेजर रह चुके तथा फिलहाल मैनेजर एडमिनिस्ट्रेटिव रहे सीएस शुक्ल को आगरा का जीएम बना दिया है. हालांकि जागरण, आगरा में स्थानीय संपादक के रूप में अभी भी सरोज अवस्थी का नाम ही जा रहा है. अब देखना है कि सरोज अवस्थी के रांची जाने के बाद किसे यहां का स्थानीय संपादक बनाया जाता है या किसका नाम स्थानीय संपादक के रूप में अखबार के प्रिंट लाइन में जाता है.
सबसे ज्यादा चर्चा सीकेटी यानी चंद्रकांत त्रिपाठी के भविष्य को लेकर चल रही है. सूत्रों का कहना है कि एएन सिंह के आने के बाद सीकेटी का जाना तो तय है, परन्तु उनका पत्ता परमानेंट काटा जाएगा या उन्हें कहीं और शिफ्ट किया जाएगा यह अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है. इस बीच जो बात सामने आ रही है, उसमें प्रबंधन उन्हें हटाने का पूरा मन बना लिया है, क्योंकि रिटायरमेंट के बाद वे एक्सटेंशन पर ही चल रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि फिलहाल अभी उन्हें नहीं हटाया जाएगा. उन्हें लखनऊ भेजे जाने की योजना प्रबंधन ने बनाई है. उसके बाद ही उनके भविष्य पर फैसला लिया जाएगा. संभवत: सोमवार तक स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो जाएगी.
रांची में जीएम एएन सिंह की विदाई के कुछ भावुक पल
Comments (4)
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written by ajayashk, August 05, 2011
written by ajayashk, August 05, 2011
AN BHAIYA KO VADHAI, TRANSFER TO NIYAM HAI, LEKIN JO DIL ME JAGAH BANATA HAI USKA TRANSFER KYA KOI KAR PAYEGA, JHARKHAND ME AAPKI LAMBI PARI KO LOG YAAD KARENGEY, KAMYABI KI DHER SARI KAMNAYEY, AJAY ASHK, BOKARO PHONE 9431168512
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written by ajayashk, August 05, 2011
written by ajayashk, August 05, 2011
A N SINGH EK AKHABAR KE G M HI NAHI HAI, ACHA INSAAN BHI HAI, MAINE UNKEY SATH AAJ DAILY SE LEKAR DAINIK JAGRAN ME BHI KAAM KIYA HAI, JITANA SAHRIDAYA HAI AN BHIYA UTNA HI VISHAL BYAKTITAB HAI UNKA, JAGRAN KE JHARKHAND ME VIKAS ME UNKA YOGDAN KAM NAHI, UNKEY TRANSFER KA FISHALA JARUR JAGRAN PRABANDHAN NE JARURAT KE HISHAV SE LIYA HOGA, A N SINGH KE JANE PAR AUR VIDHAI PAR MAHOUL BHABHUK HUA TO GALAT NAHI KYOKI ACCHACHE LOG AAM LOG SE JURATEY HAI, AUR JAB DIL SE JUDA KOI DUR JATA HAI TO KAST JARUR HITA HAI, LEKIN NOUKARI HAI BHAI , FISAHALA HAI TO MANNA BHI PAREGA , HAMARI VADHAI AN BHAIYA KO BEST COMPLIMENTS AJAY ASHK, BOKARO STEEL CITY . PHIONE NO 94311 68512