बंगाल के झारग्राम में एक यात्री ट्रेन पर माओवादी हमला हुआ है। हावड़ा कुर्ला ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस को माओवादियो ने निशाना बनाया है। पश्चिमी मिदनापुर के झारग्राम के पास खेमासुली और सरडीहा के बीच अचानक पटरी पर जोरदार धमाका हुआ। इस धमाके के तुरंत बाद ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस की तेरह बोगियां पटरी से उतर गईं। इतना ही नहीं बगल से गुजर रही एक मालगाड़ी ने इस ट्रेन को जोरदार टक्कर मारी। इससे हताहत होने वालों की संख्या काफी बढ़ गई।
रेलवे ट्रैफिक बोर्ड के मेंबर विवेक सहाय ने बताया कि हादसे में कम से कम 20 लोगों की मौत हो चुकी है और 104 लोग घायल हैं। मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है। वहीं ईस्टर्न रेलवे के सीपीआरओ के मुताबिक अभी भी कई लोग ट्रेन के भीतर फंसे हुए हैं। ट्रेन को काटने का काम जारी है। फिलहाल इस रूट की लाइने ठप कर दी गई हैं।
ये वाकया रात करीब डेढ़ बजे का है। मुंबई जाने वाली हावड़ा कुर्ला एकस्प्रेस हावड़ा से रात 10 बजकर 55 मिनट पर खुली थी। रेल मंत्री ममता बनर्जी खुद घटना स्थल पर पहुंची और जायजा लिया॥ उन्होंने मरने वालों के लिए 5 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है जबकि घायलों के लिए 1 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया गया है। इतना ही नहीं मृत लोगों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया। ममता बनर्जी ने ये भी साफ किया है कि ये पूरी तरह से माओवादियो की करतूत है। बताया ये भी जा रहा है कि माओवादियो ने आईईडी का इस्तेमाल किया गया है।
कैसे हुआ हादसासमय---रात के करीब 1.30 बजेइलाका---झारग्राम, पश्चिम बंगालहादसा---ट्रैक पर धमाकापरिणाम---हावड़ा कुर्ला ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्तशक की सूई फिर से माओवादियो पर।हावड़ा कुर्ला एक्सप्रेस जब रात 10.55 पर हावड़ा से खुली तो सबकुछ सही था। यात्रियों को सफल और मंगलमय यात्रा की कामना की गई। लेकिन जब ट्रेन पश्चिमी मिदनापुर के झारग्राम के पास खेमासुली और सरडीहा के पास पहुंची कि अचानक जोरदार धमाका हुआ। मुंबई जा रही ट्रेन के 13 डिब्बे पटरी से उतर गए। लेकिन अभी लोगों के लिए मुश्किलें खत्म नहीं हुई थीं। जैसे ही ट्रेन पटरी से उतरी कि दूसरे ट्रैक पर सामने से आ रही एक मालगाड़ी से हावड़ा-कुर्ला ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस में जोरदार टक्कर हुई। इससे हादसा और गंभीर और बड़ा हो गया।इस बीच बताया जा रहा है कि यात्रियों की राहत और बचाव के लिए पुलिस और डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंच गई है। उन्होंने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। गौरतलब है कि ये वही इलाका है जहां माओवादियो ने छह महीने में तीसरी बड़ी घटना को अंजाम दिया है। पहले राजधानी एक्सप्रेस का अपहरण किया गया और कई घंटों तक अपने कब्जे में रखा था। इसके बाद कुछ दिन पहले चलती ट्रेन पर गोलियां चलाई गईं जिसमें सीआरपीएफ के जवान मारे गए और अब तीसरी बड़ी घटना आज की है। छत्ताीसगढ़ के दंतेवाड़ा के बाद ये पहला इलाका है जहां माओवादियो ने आम लोगों के निशाना बनाया है।
रेलवे ट्रैफिक बोर्ड के मेंबर विवेक सहाय ने बताया कि हादसे में कम से कम 20 लोगों की मौत हो चुकी है और 104 लोग घायल हैं। मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है। वहीं ईस्टर्न रेलवे के सीपीआरओ के मुताबिक अभी भी कई लोग ट्रेन के भीतर फंसे हुए हैं। ट्रेन को काटने का काम जारी है। फिलहाल इस रूट की लाइने ठप कर दी गई हैं।
ये वाकया रात करीब डेढ़ बजे का है। मुंबई जाने वाली हावड़ा कुर्ला एकस्प्रेस हावड़ा से रात 10 बजकर 55 मिनट पर खुली थी। रेल मंत्री ममता बनर्जी खुद घटना स्थल पर पहुंची और जायजा लिया॥ उन्होंने मरने वालों के लिए 5 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है जबकि घायलों के लिए 1 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया गया है। इतना ही नहीं मृत लोगों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया। ममता बनर्जी ने ये भी साफ किया है कि ये पूरी तरह से माओवादियो की करतूत है। बताया ये भी जा रहा है कि माओवादियो ने आईईडी का इस्तेमाल किया गया है।
कैसे हुआ हादसासमय---रात के करीब 1.30 बजेइलाका---झारग्राम, पश्चिम बंगालहादसा---ट्रैक पर धमाकापरिणाम---हावड़ा कुर्ला ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्तशक की सूई फिर से माओवादियो पर।हावड़ा कुर्ला एक्सप्रेस जब रात 10.55 पर हावड़ा से खुली तो सबकुछ सही था। यात्रियों को सफल और मंगलमय यात्रा की कामना की गई। लेकिन जब ट्रेन पश्चिमी मिदनापुर के झारग्राम के पास खेमासुली और सरडीहा के पास पहुंची कि अचानक जोरदार धमाका हुआ। मुंबई जा रही ट्रेन के 13 डिब्बे पटरी से उतर गए। लेकिन अभी लोगों के लिए मुश्किलें खत्म नहीं हुई थीं। जैसे ही ट्रेन पटरी से उतरी कि दूसरे ट्रैक पर सामने से आ रही एक मालगाड़ी से हावड़ा-कुर्ला ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस में जोरदार टक्कर हुई। इससे हादसा और गंभीर और बड़ा हो गया।इस बीच बताया जा रहा है कि यात्रियों की राहत और बचाव के लिए पुलिस और डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंच गई है। उन्होंने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। गौरतलब है कि ये वही इलाका है जहां माओवादियो ने छह महीने में तीसरी बड़ी घटना को अंजाम दिया है। पहले राजधानी एक्सप्रेस का अपहरण किया गया और कई घंटों तक अपने कब्जे में रखा था। इसके बाद कुछ दिन पहले चलती ट्रेन पर गोलियां चलाई गईं जिसमें सीआरपीएफ के जवान मारे गए और अब तीसरी बड़ी घटना आज की है। छत्ताीसगढ़ के दंतेवाड़ा के बाद ये पहला इलाका है जहां माओवादियो ने आम लोगों के निशाना बनाया है।
साभार - http://www.datelineindia.com/
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