बरेली में चार साल पुराने हत्या के मामले में एसटीएफ की गतिविधियां तेज हो गयी हैं और एक अखबार के पत्रकार व छायाकार को हिरासत में कभी भी लिया जा सकता है। जिसके चलते अंदर ही अंदर हडक़ंप मचा हुआ है। घटना 11 फरवरी 2007 की है। ईटीवी के मार्केटिंग मैनेजर विकास बनर्जी को विज्ञापन के संबंध में फोन कर किसी ने सुभाष नगर बुलाया था। उसके बाद वे लौट कर नहीं आए।
12 फरवरी को उनकी लाश आंवला थाना क्षेत्र के गांव रमनगला के पास मिली, जिसकी शिनाख्त अखबारों में खबर छपने पर की गयी। पर मुकदमे में स्थानीय पुलिस ने इस लिए कुछ नहीं किया कि अपहरण व हत्या के मामले में उस समय एक अखबार के फोटोग्राफर व दूसरे अखबार एक पत्रकार के साथ एक टीवी चैनल के पत्रकार का भी नाम आ रहा था।
मृतक के परिजनों के प्रयासों से जांच एसटीएफ को सौंप दी गयी। वर्तमान में एक पत्रकार तो बरेली में ही है, बाकी दो दूसरे जनपदों में तैनात हैं। घटना के संबंध में बताया जाता है कि मृतक हत्या अवैध संबंधों के चलते की गई। पुलिस सूत्रों का भी कहना है कि इस मामले में कुछ पत्रकार भी फंस सकते हैं। फिलहाल जांच जारी होने के चलते नामों का खुलासा नहीं किया जा रहा है
No comments:
Post a Comment