स्वागत है इस खबर का... वैसे तो जवाब देने की जरूरत नहीं. लेकिन मैं इसका जवाब जरूर दूंगा क्योंकि ऐसे मुद्दे मुझे कई ऐसी बातें बताने को प्रेरित करते हैं जो मेरे जैसे खुद का काम करने की कोशिश कर रहे किसी पत्रकार के जीवन-करियर में पेश आते हैं, ताकि बाकी साथियों को कुछ समझने-सीखने को मिल सके. गंगवार जी का आभार कि उन्होंने अपनी बात कहने का हिम्मत किया |
यह ऊपर यशवंत सिंह ने फेस बुक पर लिखा था ---
भाई यशवंत सिंह जितने बड़े पत्रकार है उतना बड़ा दिल है| यह ही उनकी सफलता का राज हो सकता है | हर इन्सान को सच को स्वीकार करना चाहिए | जो सच था वह लिख दिया | क्या पेड़ न्यूज़ को विज्ञापन में बदल देना चाहिए | अभी पिक्चर तो बाकी है मेरे दोस्त | आपकी क्या प्रतिक्रिया है हमें लिख भेजे |
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