मोतिहारीमोतिहारी।‘केबीसी-5’ से 5 करोड़ रु. जीत कर रातों-रात मशहूर हुए सुशील कुमार के पास देशभर से चिट्ठियां आ रही हैं। चिट्ठियों में कुछ ने उनकी जीत पर बधाई दी है घर बसा नहीं लुटेरे लूटने आ गए सुशील कुमार को ? ये कहावत सत्य साबित हो रही है |
केबीसी-5’ से 5 करोड़ रु विनर हुए सुशील के हाथ अभी पैसा नहीं आया है सहायता की गुहार लगाने वालो का मेला लगना शुरू हो गया है | उनके पास ढेरो पत्र आ रहे है मुझे सहयता दो मुझे दो ?
लोकल गुंन्डे - इन्टरनेट के धोखे बाज भी सक्रिय हो गए है कैसे पैसा लिया जाये | अब सवाल ये उठता है है आखिर क्यों की जाये मदद? जिसको वह जानते भी नहीं | क्या वह सही है और गलत ?
कल तक सुशील कुमार मुफलिसी में आना जीवन यापन कर रहे थे तब उसकी याद नहीं आयी | अचानक सबकी नीद खुल गयी ? चलो सीधा सादा आदमी है लूट लो | बिना बताये घर में घुस आना और पैसे के लिए अपने घर का पता देना ये कहा की रीति है |
सुशील कुमार को लोकल गुंन्डे फिरोती और रंगदारी के लिए फ़ोन करके हड़का रहे है उनके घर वाले परेशान है आखिर करे तो क्या करे |
केबीसी-५ की तरफ से पैसे को लेकर फ़ोन भी नहीं आ रहा है | बिग बॉस का ऑफर सुशील कुमार ने ठुकरा दिया था वह अपने को बीच रहकर ही कुछ करना चाहते है | मगर लुटेरो ने जीना दूभर कर दिया है |
केबीसी-५ की तरफ से पैसे को लेकर फ़ोन भी नहीं आ रहा है | बिग बॉस का ऑफर सुशील कुमार ने ठुकरा दिया था वह अपने को बीच रहकर ही कुछ करना चाहते है | मगर लुटेरो ने जीना दूभर कर दिया है |
मेरे पास एक दिन फ़ोन ओक्स इंडिया का इंदौर से आया वह बोला हम ओक्स के ऊपर काम कर रहे है वह अपनी कहानी सुनाता रहा | फिर बोला आप हमारी मदद करे |
हमें पैसे की जरुरत है . जब ओक्स इंडिया की जानकारी निकाली गयी तो पता चला मिया जी खाते पीते घर के है अभी लाखो रूपये खर्च करके रोयल हॉस्टल इंदौर में बनाया है |
हमें पैसे की जरुरत है . जब ओक्स इंडिया की जानकारी निकाली गयी तो पता चला मिया जी खाते पीते घर के है अभी लाखो रूपये खर्च करके रोयल हॉस्टल इंदौर में बनाया है |
एक जनाव ने हद कर दी वह फर्जी कागज लेकर मेरे पास आ गए बोले गंगवार जी मेरा बेटा बहुत बीमार है और मद्रास के हॉस्पिटल में भर्ती है वह भी बिहार के रहने वाले थे | मैंने सारे कागज देखे फिर बोला थोडा सा रुको मै कल बता देता हु क्या कर सकता हु |जब जानकारी ली गयी तो पता चला , भाई ने पैसे कमाने का जरिया बना रखा है |
जनाव मुंबई में रहकर दिन भर लोगो को चूतिया बनाते रहते है | अब लोग मेरे से पैसा मागते है जिसकी लाइफ खुद किश्तों पर चल रही है खीचतान के महीना काट पाता हु वह क्या अपनी और दूसरी की मदद करेगा |
मै सुशील कुमार को सलाह देना चाहुगा ऐसे लुटेरो से बचके रहे | पहले अपनी जरुरत को पूरा करे फिर दूसरे के बारे में सोचे | दुनिया बहुत चालू है मेरे भाई ?
यह लेख सुशील गंगवार ने लिखा है जो पिछले ११ साल से प्रिंट , वेब , इलेक्ट्रोनिक मीडिया के काम कर रहे है वर्तमान समय में साक्षात्कार.कॉम , साक्षात्कार.ओर्ग , साक्षात्कार टीवी .कॉम के संपादक है इनसे संपर्क के लिए ०९१६७६१८८६६ पर काल करे |
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