संजय राय-
19वें न्यूजपेपर्स एसोसिएशन आफ इंडिया के तत्वावधान में नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में 26 दिसंबर सोमवार को क्षेत्रीय भाषाओं की लोकतंत्र की लोकतंत्र में भूमिका, पत्रकारिता की दशा और दिशा, छोटे और मझौले समाचार पत्रों की अहमियत और समाज में मीडिया के स्थान जैसे विषयों पर परिचर्चा और वार्षिक पुरस्कार कार्यक्रम हुआ। शाम तीन बजे से रात नौ बजे तक चले न्यूजपेपर्स एसोसिएशन आफ इंडिया के 19वें सम्मेलन में उक्त विषयों पर मंथन हुआ।
दो सत्रों में चले परिचर्चा और पुरस्कार वितरण के समारोह में क्लब खचाखच भरा रहा। इसमें देश के पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण सभी की हिस्सेदारी थी। कर्नाटक, केरल, मणिपुर, सिक्कम, असम, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, गोवा, हरियाणा और अन्य राज्यों के लोग यहां पहुंचे।
न्यूजपेपर्स एसोसिएशन आफ इंडिया के इस कार्यक्रम में सबसे पहले इसके संस्थापक डा.एम.आर गौड़ को याद किया गया। इस मौके पर मौजूद उनकी पत्नी गायत्री गौड़ पर्दे पर आ रहे पति के चित्रों और उनके किए कामों को देखकर भाव विह्ल हो गई। मंच से बाकायदा कहा गया कि जिस उद्देश्य के लिए इस संस्था को बनाया गया था उसे उनके पुत्र विपिन गौड़ बखूबी पूरी कर रहे हैं इसलिए उनके आंसुओं को खुशी के आंसू भी माने जाने चाहिए। उनके अलावा एसोसिएशन के दिवंगत पदाधिकारियों की याद में दो मिनट का मौन भी रखा गया। दीप प्रज्जवलित के बाद कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हुई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री हरीश रावत थे जबकि सम्मानीय अतिथि दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष योगानंद शास्त्री थे। विशेष अतिथियों में मीडिया जगत के दिग्गज संदीप मारवाह, विधायक नरेंद्र नाथ, सुनील डांग, स्वामी सर्वानंद सरस्वती, हरियाणा यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स के अध्यक्ष संजय राठी थे। विशेष प्रतिनिधियों में अजय सूद, जीके गोस्वामी, जयप्रकाश भारद्वाज, वीणा वर्मा, संजीव रोलान, गांधी शांति प्रतिष्ठान के सचिव सुरेंद्र किशोर, सपा नेता और राजीव राय और विवेक प्रमोद मौजूद थे।
आयोजन के मुख्य अतिथि हरीश रावत ने कहा कि समाज में मीडिया अपना स्थान बना चुका है। संवैधानिक तौर पर लोकतंत्र के तीन स्तंभ या आधार माने जाते हैं पर मीडिया ने चौथे स्तंभ के रूप में अपने को स्थापित कर लिया है। आज बिना मीडिया के स्वस्थ लोकतंत्र की कल्पना नहीं की जा सकती। मीडिया पर अपरोक्ष रूप से अंकुश या उसे बनाई लीक पर चलने से असहमति जताते हुए कहा कि यह सही नहीं होगा इससे मीडिया अपने लक्ष्य तक कभी नहीं पहुंच सकेगा।
कहा, हमारे देश का मीडिया इतना कुशल है कि उसे पता है कि उसकी दिशा क्या होनी चाहिए। उस पर किसी तरह की लगाम या अंकुश ठीक नहीं है, इससे पत्रकारिता का मूल उद्देश्य कहीं गुम हो जाएगा फिर किसी सरकारी विभाग और मीडिया में कोई अंतर नहीं रह जाएगा।
उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में पत्रकारिता एक चुनौती है और उन्हें इस बात की खुशी है कि मीडिया के लोग इसे बखूबी अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि संतुलित पत्रकारिता होनी चाहिए। सही को सही गलत को गलत कहने की हिम्मत पत्रकार में होनी चाहिए। उन्होंने सम्मानित होने वाले पत्रकारों से कहा कि सम्मान मिलने के बाद उनकी जिम्मेवारी और बढ़ गई है, उम्मीद है कि वे इसकी निर्वहन ईमानदारी और निष्ठा से करेंगे।
योगानंद शास्त्री ने कहा कि सामाजिक ताने बाने में पत्रकार की अहम भूमिका है। उसे विभिन्न दबावों में काम करना पड़ता है, मीडिया की निष्ठा पर सवाल भी उठते हैं इसके बावजूद कलम कहीं भटकनी नहीं चाहिए वरना लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की साख को बट्टा लगेगा। ऐसे में पत्रकारों को अपनी राह खुद बनानी होगी और मीडिया को वह स्थान देना होगा जिसकी कल्पना की गई है।
स्वामी सर्वानंद ने कहा कि आज मीडिया की बदौलत धर्म की बातें सुनने और देखने वालों की तादाद बढ़ी है। उन्होंने कहा कि धार्मिक चैनलों की रेटिंग बढ़ने से साफ है कि लोग उस तरफ मुड़ने लगे हैं। उन्होंने मीडिया जगत के लोगों का आह्वान किया कि वे सत्य के मार्ग पर चलकर पत्रकारिता करें।
मीडिया जगत के दिग्गज संदीप मारवाह ने कहा कि मीडिया की भूमिका के बिना आदर्श समाज की कल्पना नहीं की जा सकती। मगर अभी बहुत कुछ करना बाकी है मीडिया को आम लोगों से जुड़ना होगा और सामाजिक सरोकारों से जुड़े विषयों को प्रमुखता देनी होगी।
एचयूजे हरियाणा के प्रधान संजय राठी ने छोटे और मझौले समाचार पत्रों को सरकारी विज्ञापनों में उचित महत्व देने के अलावा उनके संरक्षण के लिए सरकार को सहयोग देने की बात कही। कहा कि पत्रकारों के कल्याण के लिए उनका संगठन हरसंभव प्रयास करता है।
न्यूजपेपर्स एसोसिएशन आफ इंडिया के अध्यक्ष सूयभान राजपूत और महासचिव विपिन गौड़, राष्ट्रीय संगठन सचिव संजय राय ने एसोसिएशन के उद्देश्यों और कार्यों के बारे में बताया। एसोसिएशन में पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण के हिंदी, अ्ग्रेजी के अलावा क्षेत्रीय भाषाओं के समाचार पत्र शामिल है। एक तरह से यह देशभर का ऐसा संगठन है जो समाचार पत्र मालिकों, पत्रकारों के हितों के लिए बना है। पिछले 18 साल से एसोसिएशन हर साल ऐसे कार्यक्रम आयोजित करता है। इसमें एसोसिएशन की हर राज्य इकाई का अहम योगदान होता है।
एसोसिएशन हर साल विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करनेवालों को सम्मानित करती है। वर्ष 2011 के लिए इलेक्ट्रोनिक्स, प्रिंट, चिकित्सा और सामाजिक कार्यों के लिए सम्मानित होने वाले इस तरह रहे।
इलेक्ट्रोनिक्स
बेस्ट न्यूज चैनल - दूरदर्शन
बेस्ट रीजनल चैनल - पराग न्यूज चैनल (असम)
बेस्ट न्यूज एंकर - संजीव चौहान (एक्सप्रेस न्यूज)
बेस्ट कारसपोंडेट - नवीन लाल सूरी (सहारा न्यूज)ाध
बेस्ट कारसपोंडेट (क्राइम) - रुमनल्ला खान (सीएनईबी)
बेस्ट एडीटर - आकाश (सीएनएन-आईबीएन)
बेस्ट केमरापर्सन - जयश्री पुरी
लाइफटाइम अचीवमेंट - डा. एके मोंगिया (दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल)
प्रिंट
बेस्ट मेगजीन - आधुनिक मंदाकिनी (श्रीमती रुनु हजारिका)
बेस्ट रीजनल न्यूजपेपर - सिटी सेंटर (पाक्षिक कर्नाटक)
बेस्ट एडीटर - अरशद शेख
बेस्ट कारसपोंडेट - मिनी पी थामस (द वीक हैल्थ)
बेस्ट जर्नलिस्ट - महेंद्रसिंह राठौड़ (जनसत्ता, चंडीगढ़)
बेस्ट कालम राइटर - विनोद तकीवाला
बेस्ट फोटोग्राफर - पवन राघव (डे आफ्टर मेगजीन इंटरनेशनल)
लाइफ टाइम अचीवमेंट - पूर्ण चंद
अन्य
बेस्ट आरटीआई एक्टिविस्ट - राजीव शर्मा
बेस्ट रेडियो स्टेशन - रेडियो नोएडा 107.4
बेस्ट सोशल वर्कर - सत्यनारायण गुप्ता (पंचकूला)
बेस्ट सोशल एक्टिविस्ट - दिलीप जाजू
बेस्ट एनजीओ - हरियाली-खुशहाली (निराला)
बेस्ट विशेष व्यक्तित्व - डा. रतन अरोड़ा
लाइफटाइम अचीवमेंट - अजयपाल सिंह
बेस्ट एनएआई पदाधिकारी - मनमोहन सिंह (जयपुर)
आलटाइम अचीवमेंट - आरके करांवाल
विजेताओं को हरीश रावत, योगानंद शास्त्री, स्वामी सर्वानंद, नरेंद्र नाथ ने पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में विशेष योगदान के लिए जर्नलिज्म की डिग्री कर रहे कोई तीन दर्जन से ज्यादा छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र और डायरी देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन की भूमिका भी इन्हीं भावी युवा पत्रकारों ने की। इनका नेतृत्व जामिया मीलिया विवि के प्रो. दिलीप कुमार ने किया। सफल कार्यक्रम के लिए न्यूजपेपर्स एसोसिएशन आफ इंडिया के सभी पदाधिकारियों ने आभार जताया।
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