
क्या श्री रविशंकर जी झूट बोल रहे है। पुलिस के अनुसार यह गोली तब चली थी जब आध्यात्मिक गुरु रविशंकर पांच मिनट पहले वहां से जा चुके थे। आर्ट ऑफ लिविंग सिखाने वाले रविशंकर जी आखिर क्यों झूट का सहारा ले रहे है। रविशंकर जी महेश योगी के परम शिष्य थे । उनके आश्रम में रहकर सारे गुण सीखे । चार साल की उम्र में रवि शंकर जी को गीता पूरी याद थी। शुरूआती दौर में रविशंकर जी छोटे छोटे शिवरों का आयोजन करते थे । जहा १० से २० लोग आर्ट ऑफ़ लिविंग सीखने आ जाया करते थे । महेश योगी जी के पद चिन्हों पर चलकर पंडित रविशंकर बन गए । यह पंडित कहना महेश योगी ने शुरू किया था । राविशंकर जी की जिंदगी में पहले भी कई विवाद रहे हैं।
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