लाइव इंडिया न्यूज चैनल में सस्पेंस गहरा हो गया है. लोग बेचैन हैं. कर्मी परेशान हैं. वेंडर हैरान हैं. काम करने वालों को तनख्वाह की प्राब्लम हो रही है तो वेंडर्स को पैसे न मिलने से परेशानी हो रही है. सुधीर चौधरी का रुटीन ब्रेक हो चुका है. वे न प्राइम टाइम पर टीवी में नजर आते हैं और न ही पहले जैसा कामधाम देख रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि चैनल के मालिक दीवान ने चैनल से पिंड छुड़ाने या फिर चैनल को नए हाथों में देने का मन बना लिया है.
चैनल पर हर महीने करोड़ों रुपये फूंकने वाले एचडीआईएल प्रबंधन को न्यूज चैनल खोलने का कोई लाभ नहीं दिख रहा है. जिन सरकारी और गैर-सरकारी विभागों के उत्पीड़न-उगाही से एचडीआईएल प्रबंधन पहले से परेशान था, वहां से वे लोग आज भी परेशान है. उल्टे कई नए दुश्मन पैदा हो गए हैं. मुंबई में टीवी9 चैनल साल भर से एचडीआईएल के खिलाफ मुहिम चला रहा है और खबरें दिखा रहा है. ऐसे में एचडीआईएल प्रबंधन को सूझ नहीं रहा है कि वह लाइव इंडिया न्यूज चैनल का क्या करे. इस चैनल पर पांच करोड़ से ज्यादा हर महीने जा रहा है पर मिल कुछ नहीं रहा है.
चैनल को प्राफिट में लाने के लिए सेल्स व मार्केटिंग में जो बंदे लाए जाते हैं, उनसे सुधीर चौधरी की बन नहीं पाती और अंततः सेल्स व मार्केटिंग के प्रोफेशनल बंदे चल नहीं पाते. सूत्रों का कहना है कि एचडीआईएल प्रबंधन ने सुधीर चौधरी को कह दिया है कि वह एडिटोरियल कंटेंट देखें, सीईओ के रूप में किसी और को लाया जाएगा. इस प्रस्ताव पर सुधीर चौधरी राजी नहीं हैं. सुधीर चौधरी की कुर्सी फिलहाल एडिटर इन चीफ और सीईओ की है. जानकारों का कहना है कि सुधीर चौधरी इतनी आसानी से लाइव इंडिया का पिंड नहीं छोड़ने वाले. उनके पास एचडीआईएल के कई गहरे राज हैं और उनके दिल्ली में सरकारी मंत्रालयों में अच्छे जुगाड़ संपर्क है. एचडीआईएल भी नहीं चाहता सुधीर चौधरी को झटके में बाहर करके या किनारे करके अपना दुश्मन बनाना. इसीलिए दोनों पक्ष धीमी चाल चल रहे हैं. इन तनाव व परेशानी के दिनों में भी सुधीर चौधरी अपना पीआर चमकाने का काम जारी रखे हुए हैं. कुछ पीआर वेबसाइटों पर सुधीर चौधरी ने अपने इंटरव्यूज छपवाकर अपना महिमामंडन और बखान कराया है.
कोशिश है कि एचडीआईएल प्रबंधन तक अच्छे संकेत और मैसेज जाएं जिससे उन्हें आगे भी कांटीन्यू कराया जा सके. सूत्रों के मुताबिक लाइव इंडिया में तख्तापलट की तैयारी है. पर यह तय नहीं है कि यह कब होगा और किस तरह होगा. इस बीच, खबर है कि लाइव इंडिया के वेंडरों ने अपना पैसा निकालने के लिए पुलिस का सहारा लिया. जिन लोगों की गाड़ियां किराये पर लाइव इंडिया में चलती हैं, उन्हें बहुत दिनों से पैसा नहीं मिला है. वे लोग जब पैसा मांगते मांगते थक गए तो आखिरकार थक हारकर पुलिस के पास चले गए. पुलिस ने लाइव इंडिया आफिस में प्रवेश कर पूरे मामले की जानकारी ली और प्रकरण निपटाने की सलाह दी.
उधर, लाइव इंडिया में काम करने वाले मीडियाकर्मी सबसे ज्यादा परेशान हैं. सबको अपने भविष्य की चिंता सता रही है. हर कोई एक दूसरे से जानना चाह रहा है कि लाइव इंडिया में आगे क्या होगा. पर किसी के पास इसका सटीक जवाब नहीं है. उधर, सुधीर चौधरी अपने खास लोगों से यही कहते फिर रहे हैं कि कहीं कोई टेंशन या दिक्कत नहीं है. जो कुछ भी थोड़ी बहुत परेशानी है, वह जल्द ही दूर हो जाएगी और उसके लिए किसी अन्य स्टाफ को परेशान होने की जरूरत नहीं है.
Sabhar:- Bhadas4media.com
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