नई दिल्ली. अन्ना हजारे और उनकी टीम की ओर से कांग्रेस को निशाना बनाने से खफा दिग्विजय सिंह ने तल्ख टिप्पणी की है। अन्ना के सहयोगी अरविंद केजरीवाल की ओर से आयकर विभाग का बकाया लौटाए जाने और इसका चेक पीएम को भेजे जाने पर दिग्विजय ने कहा, ‘केजरीवाल शहीद बनने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने वही किया है जो उन्हें पहले ही कर देना चाहिए था।’
हालांकि अन्ना हजारे ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर जनलोकपाल बिल पारित नहीं हुआ तो आने वाले समय में जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, वहां जाकर लोगों से कांग्रेस को वोट नहीं देने की अपील करेंगे। अन्ना ने अपने साथियों के साथ करीब एक घंटे की चर्चा के बाद मीडिया के सामने यह बात कही।
अन्ना ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी में कोई फर्क नहीं है। उन्होंने कहा, ‘एक भ्रष्टाचार में स्नातक है दूसरा पीएचडी।’ इसके जवाब में भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने हजारे पर कड़ा जुबानी हमला किया है। उन्होंने कहा, 'अगर हमारा साथ नहीं तो अन्ना भी उसी तरह कुचल दिए जाते जैसे रामदेव कुचले गए थे।' बाबा रामदेव ने जून में रामलीला मैदान में अनशन शुरू किया था, लेकिन उन्हें पुलिस कार्रवाई कर खदेड़ दिया गया था।
गडकरी ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी बिना न्यौते के कहीं नहीं जाती है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी अन्ना हजारे के आंदोलन का समर्थन जारी रखेगी।
अन्ना ने कहा कि सशक्त जनलोकपाल बिल लागू होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। लोक शिकायत निवारण और ह्विसलब्लोअर बिल तथा सिटिजन चार्टर बनाने के सरकार के ऐलान पर अन्ना ने कहा कि ‘ऐसा लगता है कि सरकार की नीयत साफ नहीं है इसलिए वह टुकड़ो-टुकड़ों में बिल बना रही है जबकि इन सभी का जिक्र जनलोकपाल बिल में किया गया है। यदि कोई भ्रष्टाचार करता है तो उसकी जांच होनी चाहिए। हमें ऐसा कानून बनाना है। सरकार लोकपाल के टुकड़े कर रही है। इससे साफ है कि भ्रष्टाचार खत्म करने का सरकार का इरादा नहीं है।’
अन्ना ने फिर से चेतावनी दी कि सरकार ने यदि शीतकालीन सत्र में मजबूत लोकपाल बिल पारित नहीं किया तो वह तीन दिन के अनशन पर बैठेंगे। वह पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का नाम लेकर प्रचार करेंगे और लोगों से वोट नहीं देने की अपील करेंगे। उन्होंने कहा कि जहां-जहां चुनाव होंगे वहां उनका एक दिन का सांकेतिक धरना भी होगा। उन्होंने दावा किया टीम अन्ना के प्रचार के कारण ही हिसार लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गई। अन्ना ने कहा, ‘हम सरकार को गिराने के लिए आंदोलन नहीं कर रहे थे। जब सरकार ने खिलवाड़ किया तो हम उसके खिलाफ आए। मुझे लग रहा है कि सरकार की नीयत साफ नहीं है। अगर ये लोग ऐसे ही खिलवाड़ करते रहे तो मैं पक्ष और पार्टी का नाम लेकर प्रचार करूंगा।’
पेट्रोल सहित रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमत बढ़ने पर भी अन्ना ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण ही महंगाई बढ़ रही है। उत्तराखंड में लोकायुक्त के मॉडल का देश भर के राज्यों में इस्तेमाल करने की सलाह देते हुए अन्ना ने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बी सी खंडूरी का वह सम्मान करना चाहता हूं। खंडूरी ने पहले जय जवान की भूमिका निभाई अब वह जय किसान की भूमिका निभा रहे हैं। अन्ना हजारे आज शाम खंडूरी से दिल्ली में मिल रहे हैं।
इससे पहले शुक्रवार की सुबह अन्ना ने 16 अक्टूबर से जारी अपना मौन व्रत तोड़ा। वह राजघाट पहुंचे और कुछ देर ध्यान करने के बाद 'भारत माता की जय' के साथ मौन व्रत तोड़ दिया। अन्ना ने कहा कि उन्हें इस व्रत से नई ऊर्जा मिली है और अब वह लड़ाई के लिए एक बार फिर तैयार हैं
Sabhar:- Bhaskar.com
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