पूनम पांडेय को पता है कि खबरों में कैसे बना रहा जाता है। पहले तो पूनम ने सोशल नेटवर्किंग साइटों का इस्तेमाल करते हुए अपने हॉट फोटो अपलोड किए।
उसके बाद उन्होंने अपनी वेबसाइट ही बना ली व इसपर अपने बाथरूम और बेडरूम वीडियो को अपलोड किया। उनके इन वीडियो के कारण वे सुर्खियों में तो बनी ही रहीं, इसके कारण उनकी वेबसाइट कई बार क्रैश भी कर चुकी है।
अब एक बार फिर से पूनम ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा है, "फेसबुक और ट्विटर के स्टेट्स व कमेंट्स की सेंसरशिप क्यों, हे कपिल सिब्बल, वाय दिस कोलावरी डी? हम नई जेनरेशन के गर्ल व बॉयज हैं। अब थोड़े बड़े हो जाओ।"
पिछले दिनों सिब्बल ने कहा था कि सरकार सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने वाले कंटेंट पर निगरानी रखने के लिए ' गाइडलाइन' पर काम करेगी। सिब्बल ने कहा था, 'ऐसी व्यवस्था हो कि आपत्तिनजक कंटेंट को ऑनलाइन मीडिया में डालने से रोका जा सके। यदि कोई इस तरह की आपत्तिजनक सामग्री हटाना नहीं चाहता तो सरकार को इस बारे में कुछ करना होगा।’
हालांकि सिब्बल ने मीडिया में आ रही इन खबरों का भी खंडन किया कि सरकार अन्ना हजारे के आंदोलन से डरकर सोशल मीडिया पर अंकुश लगाने की तैयारी में है। वहीं सिब्बल के बयान पर फेसबुक ने प्रतिक्रिया जाहिर की है।
फेसबुक का कहना है कि वो ऐसे कंटेंट अपनी साइट से हटा देगा जो कंपनी के शर्तों के खिलाफ हैं। कंपनी का कहना है कि वह भारत सरकार की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने वाले कंटेंट की निगरानी करने के प्रस्ताव में दिलचस्पी रखती है।
उसके बाद उन्होंने अपनी वेबसाइट ही बना ली व इसपर अपने बाथरूम और बेडरूम वीडियो को अपलोड किया। उनके इन वीडियो के कारण वे सुर्खियों में तो बनी ही रहीं, इसके कारण उनकी वेबसाइट कई बार क्रैश भी कर चुकी है।
अब एक बार फिर से पूनम ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा है, "फेसबुक और ट्विटर के स्टेट्स व कमेंट्स की सेंसरशिप क्यों, हे कपिल सिब्बल, वाय दिस कोलावरी डी? हम नई जेनरेशन के गर्ल व बॉयज हैं। अब थोड़े बड़े हो जाओ।"
पिछले दिनों सिब्बल ने कहा था कि सरकार सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने वाले कंटेंट पर निगरानी रखने के लिए ' गाइडलाइन' पर काम करेगी। सिब्बल ने कहा था, 'ऐसी व्यवस्था हो कि आपत्तिनजक कंटेंट को ऑनलाइन मीडिया में डालने से रोका जा सके। यदि कोई इस तरह की आपत्तिजनक सामग्री हटाना नहीं चाहता तो सरकार को इस बारे में कुछ करना होगा।’
हालांकि सिब्बल ने मीडिया में आ रही इन खबरों का भी खंडन किया कि सरकार अन्ना हजारे के आंदोलन से डरकर सोशल मीडिया पर अंकुश लगाने की तैयारी में है। वहीं सिब्बल के बयान पर फेसबुक ने प्रतिक्रिया जाहिर की है।
फेसबुक का कहना है कि वो ऐसे कंटेंट अपनी साइट से हटा देगा जो कंपनी के शर्तों के खिलाफ हैं। कंपनी का कहना है कि वह भारत सरकार की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने वाले कंटेंट की निगरानी करने के प्रस्ताव में दिलचस्पी रखती है।
Sabhar:- Bhaskar.com
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