17 एडवांस लाईफ सपोर्ट ए बुलैंस तथाहरियाणा में १११ सामुदायिक केंद्रों के लिए ‘जीवन रेखा’ नामक एंबुलैंस सेवा का लोकार्पण
चंडीगढ़, जयश्री राठौड़। हरियाणा में स्वास्थ्य कार्यक्रमों की पहुंच प्रत्येक व्यक्ति तक सुनिश्चित बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल करते हुए मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने आज ‘जीवन रेखा’ नाम प्रदेश के सभी 111 सामुदायिक केन्द्रों के लिए पहले चरण में 59 (महेन्द्रा बुलेरो) वाहनों का झंडी दिखाकर लोकार्पण किया। सामुदायिक केन्द्रों पर वाहन उपलब्ध करवाने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित एक कार्यक्रम के उपरांत श्री हुड्डा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि सभी जिला अस्पतालों में एडवांस लाईफ सपोर्ट ए बुलैंस (जीवन रेखा) उपलब्ध करवाने के लिए 3.43 करोड़ रुपये की लागत से 17 नई ए बुलेंस खरीदी गई है जबकि छह ऐसी ए बुलैंस स्वास्थ्य विभाग के पास पहले से उपलब्ध है। इसी तरह सभी सामुदायिक केन्द्रों के लिए वाहनों की खरीद पर 5.39 करोड़ रुपये की लागत आई है और इन वाहनों से स्वास्थ्य कार्यक्रमों जैसे टीकाकरण एवं प्रसूति पूर्व जांच के प्रभावी क्रियान्वयन में मदद मिलेगी
एक प्रश्न के उत्तर में मु यमंत्री ने बताया कि हरियाणा में चल रही 102 न बर वाहन सेवा को पाकिस्तानी पंजाब में भी काफी पसंद किया गया है और वहां की पंजाब सरकार ने हरियाणा सरकार से इस योजना की जानकारी ली है।
स्वास्थ्य मंत्री राव नरेन्द्र सिंह ने बताया कि नई एडवांस लाईफ सपोर्ट ए बुलैंस आधुनिक उपकरणों से लैस है। ऐसी प्रत्येक ए बुलैंस में आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियन तथा आधारभूत सेवाओं के साथ-साथ उन्नत कार्डियक तथा ट्रॉमा जीवन रक्षक सेवाएं उपलब्ध होंगी। ये ए बुलैंस सप्ताहभर 24 घंटे प्रत्येक जिला अस्पताल में स्थापित नियंत्रण कक्ष की देखरेख में संचालित की जायेंगी। उन्होंने बताया कि ए बुलैंस सेवा की सुविधा मु यत: ट्रॉमा तथा गंभीर मामलों में टोल फ्री न बर 102 पर कॉल करके प्राप्त की जा सकती है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ये ए बुलैंस रैफरल ट्रांसपोर्ट की हरियाणा स्वास्थ्य वाहन सेवा योजना के तहत चलाई जायेंगी और इस योजना के तहत 335 अन्य ए बुलैंस भी चलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में यह सेवा काफी सफल रही है और अब तक इस का लाभ 5.8 लाख से अधिक रोगी उठा चुके है, जिसमें 2.25 लाख गर्भवती महिलाएं, 30,000 सडक़ दुर्घटनाओं के पीडि़त, 1.17 लाख रैफरल मामले और 71,000 अन्य आपातकालीन मामले शामिल हैं। केन्द्र सरकार द्वारा राष्टï्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत हरियाणा स्वास्थ्य वाहन सेवा के लिए 2011-12 का स्वीकृत वार्षिक बजट 15.13 करोड़ रुपये है।
मु य संसदीय सचिव श्री राम किशन फौजी ने कहा कि रैफरल ट्रांसपोर्ट योजना 14 नव बर, 2009 को शुरू की गई थी और इस योजना की सफलता को देखते हुए नई ए बुलैंस और सामुदायिक केन्द्रों पर नये वाहनउपलब्ध करवाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि नये वाहनों के जुडऩे से स्वास्थ्य सेवाओं में और अधिक सुधार होगा।
श्री फौजी ने बताया कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को आम आदमी की पहुंच तक लाने के लिए प्रयासरत है। सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क दवाएं उपलब्ध करवाने से जहां ओपीडी मामलों में वृद्धि हुई है, वहीं मातृ एवं शिशु देखभाल कार्यों के तहत चलाई जा रही योजनाओं से संस्थागत प्रसूतियों की दर में काफी सुधार देखने को मिला है।
इस अवसर पर मु यमंत्री के प्रधान सचिव श्री छतर सिंह, प्रधान ओएसडी श्री एम0एस0 चोपड़ा, अतिरिक्त प्रधान सचिव श्री शिव रमन गौड़, स्वास्थ्य विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव श्रीमती नवराज संधू, राष्टï्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक श्री सी0आर0 राणा, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ0 नरवीर सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के अनेक वरिष्ठï अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।
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