मै एक्टर तो बचपन से ही बनना चाहता था। एक्टिंग की शुरुआत तो स्कूल में हो गयी थी। मेरा जनम मंडी हिमाचल प्रदेश में हुआ। अब तो थिएटर करते करते सात साल हो चुकेहै।
थिएटर के साथ साथ टीवी सीरियल और फिल्मे कर रहा हु। अब तक सावधान इंडिया , सी आई डी , सपथ आदि टीवी सीरियल कर रहा हु। इसके साथ कुछ शार्ट फिल्म भी की है। फिल्मो में घोस्ट , अता पता लापता , जब मिल बैठे तीन यार कर चुका हु.
मुझे थिएटर से बहुत लगाव है मै कभी भी थिएटर नहीं छोड़ सकता हु। आज जो कुछ भी वो थिएटर की बजह से हु। वो तो मेरी जान है।
जिंदगी में अगर काम करने का चांस मिला तो अमिताभ जी के साथ काम करना चाहता हु.अमिताभ , आमिर , नसीर , जी मेरे आदर्श है। एक्टिंग में आने के लिए थिएटर से शुरुआत करे तो अच्छा है। एक्टिंग स्कूल तो अपनी दूकान लगा के बैठे है। इसलिए थिएटर करे करे। अच्छा एक्टर बनने के लिए एक अच्छा इन्सान बनना जरुरी है। हम सभी जानते है बॉलीवुड में काफी शोषण होता है। अगर गलत लोग है तो अच्छे लोग भी है। बॉलीवुड सबको मौका देता है। मुझे भी अच्छे अवसर की तलाश है।
This interview taken by Editor Sushil Gangwar . He is working in journalism last 13 years.
No comments:
Post a Comment