आखिरकार पी-7 न्यूज के निदेशक ज्योति नारायण को लेकर फैलाई जा रही सभी बातें बेबुनियाद साबित हुईं। चंड़ीगढ़ मीटिंग में भी ज्योति नारायण को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। मीटिंग में उपस्थित पर्ल ग्रुप के एक वरिष्ठ सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ज्योति नारायण पर्ल ग्रुप के पांच उपक्रमों के निदेशक हैं, इसलिए उन पर काम का दबाव बहुत ज्यादा है इसके चलते प्रबंधन उन पर काम के दबाव को कुछ कम करना चाहता है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है कि उनके हाथ से वित्तीय अधिकार छीने जा रहे हैं या फिर प्रशासनिक अधिकार कम किए जा रहे हैं। वे पी-7 चैनल के निदेशक यथावत बने हुए हैं और उनके पास चैनल को लेकर वे सभी शक्तियां हैं जो पहले थीं।
गौरतलब है कि ज्योति नारायण पर्ल ग्रुप की पांच कंपनियों पर्ल टूरिज्म, पर्ल ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन, पर्ल न्यूज नेटवर्क, पर्ल इंटरटेनमेंट लिमिटेड के निदेशक और पर्ल ग्रुप की मदर कंपनी पीएसीएल के चीफ जनरल मैनेजर हैं। तो जाहिर-सी बात है कि उन पर काम का दबाव ज्यादा है, लेकिन प्रबंधन उनके अधिकारों में किसी तरह की कटौती नहीं कर रहा है।
गौरतलब है कि ज्योति नारायण पर्ल ग्रुप की पांच कंपनियों पर्ल टूरिज्म, पर्ल ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन, पर्ल न्यूज नेटवर्क, पर्ल इंटरटेनमेंट लिमिटेड के निदेशक और पर्ल ग्रुप की मदर कंपनी पीएसीएल के चीफ जनरल मैनेजर हैं। तो जाहिर-सी बात है कि उन पर काम का दबाव ज्यादा है, लेकिन प्रबंधन उनके अधिकारों में किसी तरह की कटौती नहीं कर रहा है।
Aabhar- www.samachar4media.com
No comments:
Post a Comment