एनडीटीवी के कुछ चर्चित चेहरों में से एक कमाल खान को रामनाथ गोयनका एवार्ड देने का निर्णय हो चुका है. उन्हें यह एवार्ड अनकवरिंग इंडिया इनविजिबल कैटगरी में दिया जा रहा है.
हालांकि एवार्ड दिए जाने के बारे में विधिवत घोषणा 22 जुलाई को होटल ताज पैलेस में आयोजित एक समारोह में की जाएगी पर गोयनका एवार्ड से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों ने भड़ास4मीडिया को इस बार गोयनका एवार्ड पाने वाले पत्रकारों के बारे में जानकारी दे दी है. जिन-जिन लोगों को एवार्ड दिया जा रहा है, उन्हें मेल के जरिए एवार्ड से संबंधित सूचना दे दी गई है पर उनसे 22 जुलाई तक इस सूचना को सीक्रेट बनाकर रखने को कहा गया है. कमाल खान पहले भी कई एवार्ड पा चुके हैं.
रशियन दुभाषिया के तौर पर करियर की शुरुआत करने वाले कमाल ने नवभारत टाइम्स, लखनऊ में काम किया फिर वर्ष 1994 में एनडीटीवी इंडिया से जुड़ गए तो आज तक इसी न्यूज चैनल के हिस्से बने हुए हैं. बेस्ट रिपोर्टर हिंदी और बेस्ट डाक्यूमेंट्री आन इनवायरमेंट अवेयरनेस, इन दो कैटगरियों में एनटी एवार्ड पा चुके कमाल खान को पिछले साल फरवरी में दिल्ली के अशोका होटल में राष्ट्रपति ने गणेश शंकर विद्यार्थी एवार्ड दिया था. यह एवार्ड मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तरफ से दिया जाता है.
गणेश शंकर विद्यार्थी एवार्ड पहले सिर्फ प्रिंट के जर्नलिस्टों को ही मिलता था लेकिन कमाल खान को यह एवार्ड देकर टीवी जर्नलिस्टों को भी इस लखटकिया एवार्ड के दायरे में ला दिया गया. सार्क देशों के साहित्यकारों को दिया जाने वाला एवार्ड भी कमाल खान को मिल चुका है. कनफडरेशन आफ सार्क राइटर्स एंड लिटरेचर की तरफ से दिया जाने वाला एवार्ड कमाल खान को यह कह कर दिया गया कि उनकी जुबान, कथ्य, संवाद अदायगी आदि साहित्य के काफी नजदीक है, इसलिए नियमों में ढील देकर उन्हें यह एवार्ड दिया जा रहा है.
हिंदी जर्नलिज्म का रामनाथ गोयनका एवार्ड अभिसार शर्मा को : हिंदी जर्नलिस्ट आफ द इयर हैं अभिसार शर्मा. हिंदी जर्नलिज्म कैटगरी में रामनाथ गोयनका एवार्ड अभिसार शर्मा को देने का निर्णय हुआ है. अभिसार इन दिनों आज तक में डिप्टी एडिटर पद पर कार्यरत हैं.
उन्हें यह एवार्ड उनकी रिपोर्ट 'लाल मस्जिद का सफेद सच' के लिए दिया गया है. इस रिपोर्ट के कारण पाकिस्तान वाले अभिसार से इतने चिढ़े कि उन्हें आज तक वीजा नहीं दिया जाता. दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायुक्त ने अभिसार को बुलाकर धमकाया भी था.
पाकिस्तान के अंदरूनी मामलों की कई बड़ी खबरें ब्रेक करने वाले अभिसार की एक किताब भी जल्द ही आने वाली है. अभिसार ने करियर की शुरुआत वर्ष 1995 में न्यूज ट्रैक से की थी. बाद में कुछ महीने बीएजी के साथ रहे. फिर जी न्यूज ज्वाइन किया. बीबीस में प्रोड्यूसर के तौर पर 1996 से 99 तक काम किया. वर्ष 2003 से 2007 तक एनडीटीवी में रहे और अब आज तक में हैं. मध्य प्रदेश के सिवनी में पैदा हुए अभिसार की पढ़ाई लिखाई दिल्ली-मुंबई में हुई.
आन स्पाट रिपोर्टिंग में शमशेर सिंह को रामनाथ गोयनका एवार्ड : आन स्पाट रिपोर्टिंग की कैटगरी में रामनाथ गोयनका एवार्ड शमशेर सिंह को दिए जाने का फैसला हुआ है. शमशेर आज तक न्यूज चैनल के नेशनल ब्यूरो में काम करते हैं. उनका पद सीनियर स्पेशल करेस्पांडेंट का है. वे आज तक के साथ वर्ष 1998 से हैं.
बिहार के पूर्णिया निवासी शमशेर ने पटना कालेज और देलही यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद नलिनी सिंह के हेलो इंडिया नामक कार्यक्रम से करियर की शुरुआत की. बाद में उन्होंने आज तक में ट्रेनी रिपोर्टर के रूप में ज्वाइन किया. दो साल बाद उन्हें उड़ीसा भेज दिया गया जहां वे आसपास के पांच राज्यों के प्रभारी के रूप में लंबे समय तक कार्यरत रहे. 2009 में शमशेर को वापस दिल्ली बुला लिया गया और तबसे वे यहीं पर रिपोर्टिंग के जौहर दिखा रहे हअरिजित सेन को भी गोयनका एवार्ड : सीएनएन-आईबीएन के अरिजित सेन को भी रामनाथ गोयनका एवार्ड दिए जाने की सूचना है पर यह पता नहीं चल पाया है कि उन्हें किस कैटगरी में यह एवार्ड दिया गया है।
हालांकि एवार्ड दिए जाने के बारे में विधिवत घोषणा 22 जुलाई को होटल ताज पैलेस में आयोजित एक समारोह में की जाएगी पर गोयनका एवार्ड से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों ने भड़ास4मीडिया को इस बार गोयनका एवार्ड पाने वाले पत्रकारों के बारे में जानकारी दे दी है. जिन-जिन लोगों को एवार्ड दिया जा रहा है, उन्हें मेल के जरिए एवार्ड से संबंधित सूचना दे दी गई है पर उनसे 22 जुलाई तक इस सूचना को सीक्रेट बनाकर रखने को कहा गया है. कमाल खान पहले भी कई एवार्ड पा चुके हैं.
रशियन दुभाषिया के तौर पर करियर की शुरुआत करने वाले कमाल ने नवभारत टाइम्स, लखनऊ में काम किया फिर वर्ष 1994 में एनडीटीवी इंडिया से जुड़ गए तो आज तक इसी न्यूज चैनल के हिस्से बने हुए हैं. बेस्ट रिपोर्टर हिंदी और बेस्ट डाक्यूमेंट्री आन इनवायरमेंट अवेयरनेस, इन दो कैटगरियों में एनटी एवार्ड पा चुके कमाल खान को पिछले साल फरवरी में दिल्ली के अशोका होटल में राष्ट्रपति ने गणेश शंकर विद्यार्थी एवार्ड दिया था. यह एवार्ड मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तरफ से दिया जाता है.
गणेश शंकर विद्यार्थी एवार्ड पहले सिर्फ प्रिंट के जर्नलिस्टों को ही मिलता था लेकिन कमाल खान को यह एवार्ड देकर टीवी जर्नलिस्टों को भी इस लखटकिया एवार्ड के दायरे में ला दिया गया. सार्क देशों के साहित्यकारों को दिया जाने वाला एवार्ड भी कमाल खान को मिल चुका है. कनफडरेशन आफ सार्क राइटर्स एंड लिटरेचर की तरफ से दिया जाने वाला एवार्ड कमाल खान को यह कह कर दिया गया कि उनकी जुबान, कथ्य, संवाद अदायगी आदि साहित्य के काफी नजदीक है, इसलिए नियमों में ढील देकर उन्हें यह एवार्ड दिया जा रहा है.
हिंदी जर्नलिज्म का रामनाथ गोयनका एवार्ड अभिसार शर्मा को : हिंदी जर्नलिस्ट आफ द इयर हैं अभिसार शर्मा. हिंदी जर्नलिज्म कैटगरी में रामनाथ गोयनका एवार्ड अभिसार शर्मा को देने का निर्णय हुआ है. अभिसार इन दिनों आज तक में डिप्टी एडिटर पद पर कार्यरत हैं.
उन्हें यह एवार्ड उनकी रिपोर्ट 'लाल मस्जिद का सफेद सच' के लिए दिया गया है. इस रिपोर्ट के कारण पाकिस्तान वाले अभिसार से इतने चिढ़े कि उन्हें आज तक वीजा नहीं दिया जाता. दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायुक्त ने अभिसार को बुलाकर धमकाया भी था.
पाकिस्तान के अंदरूनी मामलों की कई बड़ी खबरें ब्रेक करने वाले अभिसार की एक किताब भी जल्द ही आने वाली है. अभिसार ने करियर की शुरुआत वर्ष 1995 में न्यूज ट्रैक से की थी. बाद में कुछ महीने बीएजी के साथ रहे. फिर जी न्यूज ज्वाइन किया. बीबीस में प्रोड्यूसर के तौर पर 1996 से 99 तक काम किया. वर्ष 2003 से 2007 तक एनडीटीवी में रहे और अब आज तक में हैं. मध्य प्रदेश के सिवनी में पैदा हुए अभिसार की पढ़ाई लिखाई दिल्ली-मुंबई में हुई.
आन स्पाट रिपोर्टिंग में शमशेर सिंह को रामनाथ गोयनका एवार्ड : आन स्पाट रिपोर्टिंग की कैटगरी में रामनाथ गोयनका एवार्ड शमशेर सिंह को दिए जाने का फैसला हुआ है. शमशेर आज तक न्यूज चैनल के नेशनल ब्यूरो में काम करते हैं. उनका पद सीनियर स्पेशल करेस्पांडेंट का है. वे आज तक के साथ वर्ष 1998 से हैं.
बिहार के पूर्णिया निवासी शमशेर ने पटना कालेज और देलही यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद नलिनी सिंह के हेलो इंडिया नामक कार्यक्रम से करियर की शुरुआत की. बाद में उन्होंने आज तक में ट्रेनी रिपोर्टर के रूप में ज्वाइन किया. दो साल बाद उन्हें उड़ीसा भेज दिया गया जहां वे आसपास के पांच राज्यों के प्रभारी के रूप में लंबे समय तक कार्यरत रहे. 2009 में शमशेर को वापस दिल्ली बुला लिया गया और तबसे वे यहीं पर रिपोर्टिंग के जौहर दिखा रहे हअरिजित सेन को भी गोयनका एवार्ड : सीएनएन-आईबीएन के अरिजित सेन को भी रामनाथ गोयनका एवार्ड दिए जाने की सूचना है पर यह पता नहीं चल पाया है कि उन्हें किस कैटगरी में यह एवार्ड दिया गया है।
साभार- भड़ास ४ मीडिया .कॉम
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