इंडिया न्यूज से सूचना है कि सभी स्ट्रिंगरों को अक्टूबर 2009 से अभी तक कोई पेमेंट नहीं दिया गया है. इंडिया न्यूज के एक स्ट्रिंगर ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि वह इंडिया न्यूज में दो वर्षों से काम कर रहा है. जब भी पैसे की बात की जाती है तो वरिष्ठ लोग 'मिल जाएगा' की बात कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं. कहा जाता रहा कि दीपावली को पैसा मिलेगा लेकिन नहीं दिया. इस स्ट्रिंगर का कहना है कि उसने तीन हजार रुपये कर्ज लेकर दीपावली पर बच्चों को कपड़े व पटाखे दिलवाए. ये लोग एक के बाद एक चैनल खोले जा रहे हैं लेकिन स्ट्रिंगरों का पैसा नहीं दे रहे हैं. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.
Thanks: bhadas 4 media .com
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