स्टार न्यूज से अन्ना के चुराए हुए विजुअल को छुपाने के लिए पहले तो उसने इतनी सारी जैकेट लगवा डाली कि पता ही नहीं चल रहा था कि विजुअल कहां है और इससे भी उसका पेट नहीं भरा तो उसने उस विजुअल पर टेक्स्ट लिख दिए.'' यह कहना है रफ्तार टीवी में कार्यरत एक मीडियाकर्मी का. नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर इस कर्मी ने बताया कि आए दिन रफ्तार टीवी पर दूसरे न्यूज चैनलों से चोरी किए गए विजुवल चलाए जाते हैं और ऐसा करने के लिए कर्मियों को प्रेरित किया जाता है.
ये हाल सिर्फ रफ्तार का ही नहीं है. कई छोटे न्यूज चैनल, जो खुल तो गए लेकिन उनका चलना भगवान भरोसे है क्योंकि मालिक के पास दलाली करने से फुर्सत नहीं और चैनल का मतलब उनके लिए सिर्फ एक खिलौना है, तो वहां काम करने वाले चैनल को चलाते रहने के लिए यूट्यूब से लेकर दूसरे न्यूज चैनलों तक से विजुवल उड़ाते रहते हैं. रफ्तार टीवी की ही तरह कई न्यूज चैनल स्टार न्यूज, आजतक, एनडीटीवी, जी न्यूज आदि के विजुवल काट कर अपना चैनल चला रहे हैं. चोर न्यूज चैनलों में कार्यरत कई लोगों की मांग है कि विजुवल चोरी करने वाले और कर्मियों का भरपूर शोषण करने वाले चैनलो की वैधता को सरकार को रद कर देना चाहिए क्योंकि ऐसे चैनल सिर्फ लोगों को ठगते हैं और ब्लैकमेलिंग कर अपनी जेब गर्म करते हैं.
Sabhar:- Bhadas4media.com
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