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Nandita Mahtani hosts a birthday party for Tusshar Kapoor

http://www.sakshatkar.com/2017/11/nandita-mahtani-hosts-birthday-party.html

खुफिया जानकारी के लिए पत्रकारों का इस्‍तेमाल कर रहा है चीन


गेटिन्यू (कनाडा) : चीन ने प्रतिद्वंद्वी देशों की खुफिया जानकारी निकालने के लिए अपने पत्रकारों का इस्तेमाल करना शुरू किया है। चीन जासूस सेवा के पूर्व सदस्य ली फेंग्झी ने इस बात का खुलासा किया है। फेंग्झी के मुताबिक कनाडाई सरकार को उस समय से ही सतर्क हो जाना चाहिए था जब उसके एक सांसद और चीनी स्टेट न्यूज एजेंसी की पत्रकार के बीच अंतरंग संबंधों का खुलासा हुआ था। उल्लेखनीय है कि साल 2010 में कनाडा के सांसद बॉब डिशर्ट और चीनी न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्टर शी रोंग के बीच संबंधों का खुलासा हुआ था। शी रोंग के ईमेल एकाउंट ने इन दोनों की पोल खोल दी थी।
चीनी राज्य सुरक्षा मंत्रालय के पूर्व एजेंट रहे फेंग्झी ने बताया कि चीनी जासूस पत्रकार के रूप में विदेश संसदीय सचिव बॉब डिशर्ट जैसे राजनेताओं को अपना निशाना बना रहे हैं। कनाडा की खुफिया जानकारी हासिल करने के लिए जासूस इन राजनेताओं का इस्तेमाल करना चाहते हैं। पिछले साल डिशर्ट और रोंग के बीच संबंधों के खुलासे के तुरंत बाद चीन ने रोंग को घर वापस बुला लिया था। चीन द्वारा अपनी पत्रकार को इस प्रकार वापस बुलाना संशय पैदा करता है।
वर्तमान में सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी के लिए कार्य कर रहे ली फेंग्झी ने बताया, "इस बात को दावे के साथ तो नहीं कहा जा सकता कि मिस रोंग डिशर्ट से कनाडा की खुफिया जानकारी हासिल कर बीजिंग तक पहुंचा रही थी, लेकिन जिस प्रकार से उन्होंने डिशर्ट से जान पहचान बढ़ाई वो चीनी जासूसों की कार्यप्रणाली से मिलता जुलता है।"
"रोंग को चीन इतनी जल्दी वापस बुला लेना इस ओर इशारा करता है कि भले ही रोंग चीनी सुरक्षा सेवा की आधिकारिक एजेंट ना हों, लेकिन उनके तार सुरक्षा सेवाओं से जुड़े जरूर हैं,"फेंग्झी ने बताया।
विदेश मंत्रालय रहा है निशाने पर : डिशर्ट से पहले भी कई राजनेता जासूसों के झांसे में आ चुके हैं। इससे पहले विदेश मंत्री मैक्सिम बर्नियर पर भी एक महिला से संबंधों का खुलासा हुआ था। ऐसा कहा गया था कि महिला का संबंध कनाडा की कुख्यात क्यूबैक बाइकर गैंग से था। पूर्व पीएमओ सलाहकार ब्रूस कारसन भी एक कॉलगर्ल के फेर में पड़कर दिवालिया हो गए थे। साथ ही उनपर कई घोटालों का आरोप भी लगा था। हाल ही में कनाडा की सिक्योरिटी इंटेलिजेंस रिव्यू कमेटी के पूर्व अध्यक्ष आर्थर पॉर्टर को पूर्व इजरायली जासूस से संबंधों के कारण अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
आखिर कनाडा क्यों है निशाने पर? : चीनी जासूस कनाडा के राजनेताओं पर ही क्यों घात लगाना चाहते हैं, इस पर कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा के पूर्व एजेंट मिशेल जुनेयू-कटसुया का कहना है, "कनाडा चीन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यहां से उसे जी-8, जी-20, नाटो और नोराड देशों की खुफिया जानकारी मिल सकती है। दूसरा कारण यह है कि हमारे चीन के साथ दोस्ताना संबंध रहे हैं।" साभार : भास्‍कर

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