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Nandita Mahtani hosts a birthday party for Tusshar Kapoor

http://www.sakshatkar.com/2017/11/nandita-mahtani-hosts-birthday-party.html

डिस्ट्रीब्यूशन के लिए ‘स्टार’ और ‘ज़ी’ ने मिलाया हाथ


मीडिया इंडस्ट्री में ‘स्टार इंडिया’ और ‘ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड’ के बीच टेलीविजन डिस्ट्रीब्यूशन के क्षेत्र में गठजोड़ को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। उद्योग जगत के वरिष्ठ सूत्रों के अनुसार, “अगर सब कुछ सही रहा तो यह संयुक्त उपक्रम भारत में टेलीविजन डिस्ट्रीब्यूशन का चेहरा बदल देगा।” नजदीकी सूत्रों के अनुसार, ‘स्टार इंडिया’ और ‘ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड’ संयुक्त रूप से एक उपक्रम का निर्माण कर रहे हैं, इसके माध्यम से ‘स्टार नेटवर्क’ और ‘ज़ी टर्नर’ के सभी चैनल एक बुके में उपलब्ध होंगे।
 
इस संयुक्त उपक्रम का नेतृत्व अरुण कपूर करेंगे, जो ‘ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड’, ‘डब्ल्यूडब्ल्यूआईएल’ और ‘ज़ी टर्नर लिमिटेड’ के डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस के डायरेक्टर और सब्स्क्रिप्शन विभाग के प्रमुख हैं। ‘स्टार इंडिया’ और ‘ज़ी’ के बीच महत्वपूर्ण भूमिका का बंटवारा किया जायेगा।
 
मीडियी इंडस्ट्री के एक अन्य वरिष्ठ डिस्ट्रीब्यूशन सूत्र के अनुसार, “इस संयुक्त उपक्रम का हिस्सा बनने के लिए ‘वनएलायंस’ सहित अन्य कंपनियों से भी बात की जा रही है।”
 
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ‘स्टार’ और ‘ज़ी’ का संयुक्त उपक्रम दोनों कंपनियों के अंतरराष्ट्रीय चैनलों का भी वितरण करेगा या सिर्फ केबल और सैटेलाइट चैनलों के वितरण के क्षेत्र में कार्य करेगा।
 
वर्तमान में, ‘स्टार’ के सभी चैनल, ‘स्टार इंडिया’ और ‘डिजिटल एंटरटेनमेंट नेटवर्क’ के संयुक्त उपक्रम, ‘स्टार डेन’ पर उपलब्ध है। इसके बारे में भी अटकले जारी है कि क्या ‘स्टार’, ‘स्टार डेन’ के संयुक्त उपक्रम से अलग हो जायेगा लेकिन इस बारे में न तो किसी अधिकारी ने कोई जवाब दिया है कि किस तरह से संबंधों में परिवर्तन होगा या ‘डेन’ का नए डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी में क्या रोल होगा?
 
 
एकाधिकार/ एक कंपनी का वर्चस्व
इंडस्ट्री के अधिकांश सूत्रों के अनुसार, टेलीविजन डिस्ट्रीब्यूशन के क्षेत्र में संयुक्त उपक्रम का एकाधिकार हो जायेगा। कुछ लोगों का कहना था कि एकाधिकार थोड़ा अतिशयोक्ति लग सकता है लेकिन इसमें कोई शक नहीं है कि दोनों कंपनियों के एक साथ आने के बाद वितरण के क्षेत्र में मार्केट का एक बड़ा हिस्सा इनके अधिकार में होगा एवं अगर और चैनल इसमें शामिल होंगे तो यह एक मजबूत आवाज बनकर उभरेगा और केबल इंडस्ट्री का चेहरा बदल देगा।
 
जैसा कि मालूम है ‘स्टार’ के बकेट में ‘स्टार प्लस’, ‘स्टार वन’, ‘स्टार गोल्ड’, ‘स्टार मूवीज’, ‘स्टार वर्ल्ड’, ‘विजय टीवी’, ‘स्टार उत्सव’, ‘स्टार न्यूज़’, ‘स्टार आनंदा’, ‘स्टार माझा’, ‘स्टार प्रवाह’, ‘स्टार जलसा’, ‘चैनल [वी]’,  ‘नेशनल ज्योग्राफिक चैनल’, ‘फॉक्स हिस्ट्री एंड एंटरटेनमेंट’, ‘फॉक्स क्राइम’, ‘एफएक्स’, ‘नैट जियो वाइल्ड’, ‘नैट जियो एडवेंचर’, ‘नैट जियो म्यूजिक’, ‘नैट जियो- एचडी’, ‘बेबी टीवी’, ‘एशियानेट प्लस’, ‘सितारा’, ‘सुवर्णा’, ‘स्टार सीजे एलाइव’, ‘एनडीटीवी 24x7’, ‘एनडीटीवी प्रॉफिट’, ‘एनडीटीवी इंडिया’ और ‘एनडीटीवी गुड टाइम्स’ है।
 
वहीं ज़ी ब्रांड्स में ज़ी टीवी, ज़ी सिनेमा, ज़ी प्रीमियर, ज़ी एक्शन, ज़ी क्लासिक, ज़ी स्माइल, 9एक्स, टेन स्पोर्टस, टेन क्रिकेट, टेन एक्शन+, ज़ी कैफे, ज़ी स्टूडियो, ज़ी ट्रेन्ड्ज, ज़ी जागरण, ज़ी सलाम, ज़ींग, ईटीसी म्यूजिक और ज़ी खाना ख़जाना। कंपनी रीजनल क्षेत्रों में ज़ी मराठी, ज़ी टॉकीज, ज़ी बांग्ला,, ज़ी तेलुगू, ज़ी कन्न्ड़, ज़ी सिनेमालू और ईटीसी पंजाबी के द्वारा मौजूद है। ज़ी टर्नर बकेट में कार्टून नेटवर्क, पोगो और एचबीओ शामिल है।
 
दोनों कंपनियां हिन्दी जेनरल एंटरटेनमेंट चैनलों या मूवीज़ या रीजनल क्षेत्रों में अगर आपस में प्रतिस्पर्धा नहीं करे तो ‘स्टार लाइफस्टाइल’ और ‘ज़ी टर्नर किड्स’ चैनल एक-दूसरे के पूरक होंगे।
 
दोनों कंपनियों के पास बकेट में 90 चैनल उपलब्ध है और यह 40-45 प्रतिशत मार्केट पर कब्जा जमाये हुए है। उद्योग जगत के एक वरिष्ठ सूत्र के अनुसार, “मार्केट में दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी को देखते हुए किसी भी केबल कंपनी के लिए यह मुमकिन नहीं होगा कि इनकी अनदेखी करे।”
 
डिस्ट्रीब्यूशन का बदलता स्वरूप
जैसे-जैसे ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री उभर रही है, इंडस्ट्री के लीडर्स इस बात पर सहमत हैं कि टेलीविजन इंडस्ट्री का भविष्य सदस्यता राजस्व पर निर्भर करता है। ‘ज़ी’ और ‘स्टार’ अपने राजस्व का 30-40 प्रतिशत सदस्यता से पाते हैं।
 
और इंडस्ट्री इस दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। यह पिछले वर्ष ही स्पष्ट हो गया था जब ‘नेटवर्क18’ और ‘सन नेटवर्क’ ने मिलकर संयुक्त उपक्रम ‘सन18 नार्थ’ और ‘सन18 साउथ’ का गठन किया था। ‘सन’ और ‘वायकॉम18’ के बीच ‘स्टार’ और ‘ज़ी’ की तुलना में साझेदारी आसान थी।
 
एक्सचेंज4मीडिया समूह से बात करते हुए, हरेश चावला, सीईओ, ‘वायकॉम18’ ने कहा कि 2011 में डिस्ट्रीब्यूशन और सदस्यता राजस्व कंपनियों के लिए ध्यान देने के लिए सबसे मजबूत पक्ष होगा।
 
जनवरी 2011 में एक अन्य समझौते के अनुसार, ‘बेनेट, कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड’ ने इंडियन केबल और सैटेलाइट इंडस्ट्री के अनुभवी, योगेश राधाकृष्णन के साथ मिलकर ‘मीडिया नेटवर्क एंड डिस्ट्रीब्यूशन इंडिया लिमिटेड’ नाम से संयुक्त उपक्रम का गठन किया।
 
डिस्ट्रीब्यूशन के क्षेत्र में एलायंस कोई नई बात नहीं है। सब कुछ के बाद, ‘ज़ी टर्नर’ और यहां तक कि ‘स्टार डेन’ एक-दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धी चैनलों के बावजूद सहयोग कर रहे हैं। ‘स्टार-ज़ी’ का संयुक्त उपक्रम भारत में टेलीविजन डिस्ट्रीब्यूशन के क्षेत्र में निश्चित ही एक नया अध्याय लिखेगा।
 Sabahar:- समाचार4मीडिया.कॉम ब्यूरो


 

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