पटना। आज के युवा दूसरे के बनाए रास्ते पर नहीं चलना चाहते। वह घिसे-पिटे लीक से हटकर कुछ नया करना चाहते हैं। एक ऐसे ही युवा है दीनबंधु सिंह, जो पेशे से पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। आज जब हमारा युवा वर्ग लैपटॉप और मोबाइल के पीछे भाग रहा है, तब वह गांवों में पुस्तकालय खोलकर ज्ञान का अलख जगा रहे हैं। देश-दुनिया की घटनाओं से महरूम रहने वाले गांव के लोगों को इससे रूबरू करा रहे हैं।
जाहिर है उन्होंने कुछ नया किया है तो उनका सम्मान भी होगा। उन्हें ' नैशनल इन्फर्मेशंस अवेयरनेस अवॉर्ड 2011 ' से नवाजा गया है। सिंह को यह अवॉर्ड वर्ल्ड मैनेजमेंट कांग्रेस की ओर से दिया गया। इंडिया-इंटरनैशनल सेंटर के सभागार में आयोजित समारोह में उन्हें गांवों में पुस्तकालय खोलने और जागरूकता फैलाने की दिशा में अच्छा कार्य करने के लिए इस अवॉर्ड से नवाजा गया। यह अवॉर्ड नगालैंड ओपन यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ पी. आर. त्रिवेदी और सिवान के लोकसभा सांसद ओम प्रकाश यादव ने संयुक्त रूप से दिया।
दीनबंधु सिंह गांवों में पुस्तक संस्कृति के द्वारा लोगों को जागरूक करने के दिशा में काम करते हैं। उन्होंने बिहार के सिवान जिला स्थित अपने छोटे से गांव खुलासा में इसी साल 'बागेश्वरी ग्रामीण पुस्तकालय एवं जागरूकता केंद्र' की स्थापना की है। इसके साथ ही युवा लेखक और पत्रकार विशाल तिवारी को बेस्ट मिडिया रिसर्चर अवॉर्ड और न्यू मीडिया के पत्रकार मृगांक विभू को न्यू मीडिया एनालाइजर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। साभार : एनबीटी
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