देश में अखबारों के सरकुलेशन में 8.23 फीसदी की ग्रोथ : नई दिल्ली : पश्चिमी देशों में समाचारपत्र उद्योग भले ही अनिश्चितता का सामना कर रहा हो लेकिन भारत में समाचारपत्रों के प्रसार में वृद्धि का दौर जारी है और साल 2010-11 में आठ फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई। क्षेत्रीय दैनिकों ने इस मामले में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। रजिस्ट्रार ऑफ न्यूजपेपर्स फॉर इंडिया की 55 वीं रिपोर्ट में कहा गया कि साल 2010-11 में देश में समाचारपत्रों के प्रसार में 8.23 फीसद तक वृद्धि दर्ज की गई। इसमें कहा गया है कि उत्तर प्रदेश से 3671 समाचारपत्रों का प्रकाशन किया गया।
उसके बाद दिल्ली से 1933 और मध्य प्रदेश से 1243 समाचारपत्रों का प्रकाशन किया गया। प्रसार के मामले में उत्तर प्रदेश 6.97 करोड़ प्रतियों के साथ शीर्ष पर रहा। 5.27 करोड़ प्रतियों के साथ प्रसार के मामले में दिल्ली दूसरे स्थान पर रहा और 2.9 करोड़ से अधिक प्रतियों के साथ महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर रहा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि पिछले साल क्षेत्रीय भाषाओं के समाचारपत्रों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई।
आरएनआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा-‘‘क्षेत्रीय अखबारों ने अन्य शहरों से भी अपना संस्करण निकालने की कोशिश की, जहां संबद्ध भाषा से जुड़े लोगों की अच्छी-खासी आबादी है।’’ इसमें कहा गया है कि साल 2010- 11 के दौरान सबसे अधिक हिंदी भाषा में (7910) समाचारपत्रों का प्रकाशन किया गया। उसके बाद अंग्रेजी में 1406 और उर्दू में 938 अखबारों का प्रकाशन किया गया। अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में गुजराती में 761, तेलुगू में 603, मराठी में 521 और बांग्ला में 472 अखबारों का प्रकाशन किया गया। एजेंसी
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