रायपुर। दूरदर्शन के एक समाचार बुलेटिन में नेत्रहीन बच्चियों ने एंकरिंग की। बुधवार को एक रिकॉर्डेड बुलेटिन में हीरापुर स्थित नेशनल एसोसिएशन ऑफ ब्लाइंड्स संस्था की दो बच्चियों ने ब्रेल लिपि के सहारे यह कारनामा कर दिखाया। दूरदर्शन में समाचार प्रमुख विकल्प शुक्ला ने बताया कि यह रायपुर दूरदर्शन का ही आइडिया था। चूंकि 4 जनवरी को ही ब्रेल लिपि के आविष्कारक लुईस ब्रेल का जन्म हुआ था। इस अवसर पर हमारा मकसद था कि लोग जान सकें कि ब्रेल लिपि किस तरह से इतने खास कामों में इस्तेमाल की जा सकती है।
बेझिझक की एंकरिंग : हीरापुर की संस्था में रह रहीं बच्चियों ने बिना किसी झिझक के अच्छी एंकरिंग की। इनमें रुखसार शाहीन व खिलेश्वरी माणिकपुरी शामिल हुईं। समझे सारे तकनीक संकेत: दोनों एंकर्स ने स्टूडियो के संकेतों को अच्छी तरह से समझा। कहीं कोई मिस्टेक नजर नहीं आई। कैमरा क्यू को वाइस में किया गया, वहीं कैमरा एंगल को भी एंकर्स ने अच्छी तरह से समझा। उन्हें एक बार फ्रेम समझा दिया गया, तो उन्होंने इसे पूरा फॉलो किया। पैनल के निर्देशों का भी इन बच्चियों ने बखूबी पालन किया। एंकरिंग के दौरान इनका जज्बा देखते ही बना। इन बच्चियों ने भी इस कार्यक्रम को एंजॉय किया।
यूनिक आइडिया : अपनी तरह का यह अनूठा बुलेटिन था, जो कि ब्रेल स्क्रिप्ट की वजह से ही संभव हुआ। इसके आविष्कारक लुईस ब्रेल को श्रद्धांजलि देने का यह तरीका भी अनूठा रहा। - विकल्प शुक्ला, समाचार प्रमुख, दूरदर्शन रायपुर। साभार : भास्कर
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