दैनिक जागरण, गोरखपुर की आंतरिक दुर्व्यवस्था और कथित गंदी राजनीति से क्षुब्ध तथा जन संदेश टाइम्स में बेहतर मौका मिलने पर राजीव रंजन तिवारी (वरिष्ठ उप संपादक), विजय कुमार उपाध्याय (उप संपादक/रिपोर्टर), गजाधर द्विवेदी (रिपोर्टर), विनय रंजन तिवारी (कनिष्ठ उप संपादक), हृदयेश त्रिपाठी (कनिष्ठ उप संपादक/रिपोर्टर), सिद्धार्थ मणि त्रिपाठी (कनिष्ठ उप संपादक/रिपोर्टर), नजीर मलिक (उप संपादक/रिपोर्टर), राजन चतुर्वेदी ‘अभिनव’ (छायाकार) व भूपेन्द्र मणि त्रिपाठी (प्रशिक्षु) ने 7 जनवरी को त्याग पत्र दे दिया। इस तरह दैनिक जागरण, गोरखपुर पर शनिवार का दिन भारी रहा।
उपरोक्त लोगों के बारे में कहा जाता है कि इनकी गिनती गोरखपुर-बस्ती मंडल के तेजतर्रार पत्रकारों में होती है। इनके कार्यशैली से प्रभावित होकर ही पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं पश्चिमी बिहार क्षेत्र के चर्चित मीडिया मैन एवं गोरखपुर दैनिक जागरण के पूर्व यूनिट इंचार्ज डा. शैलेन्द्र मणि त्रिपाठी ने जन संदेश टाइम्स में इन्हें आने का ऑफर दिया, जिसे ये लोग भी नहीं ठुकरा सके। बताते हैं कि डा. त्रिपाठी की कार्यशैली एवं अपने अधीनस्थों से कुशल व्यवहार के कारण क्षेत्र का हर मीडियाकर्मी उनके साथ काम करना चाहता है। खास बात यह है कि जन संदेश टाइम्स से पहले गोरखपुर में अमर उजाला, हिन्दुस्तान और राष्ट्रीय सहारा जैसे बड़े अखबारों की भी लॉंचिंग हुई थी, किन्तु दैनिक जागरण गोरखपुर से कोई भी व्यक्ति उक्त संस्थानों की ओर मुखातिब नहीं हुआ, लेकिन आज जनसंदेश टाइम्स के लॉंचिंग होने की स्थिति में यहां मची भगदड़ अपने आप डा. त्रिपाठी की अनूठी कार्यशैली, मधुर व्यवहार तथा व्यापक प्रभाव को प्रदर्शित करता है।
शायद यही वजह है कि न सिर्फ दैनिक जागरण गोरखपुर बल्कि आई नेक्स्ट, अमर उजाला, हिन्दुस्तान, राष्ट्रीय सहारा के अलावा अन्य स्थानीय मीडिया घरानों के कई चर्चित पत्रकार भी शीघ्र जन संदेश टाइम्स के साथ अपनी नई पारी शुरू करने की योजना बना रहे हैं। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि डा.शैलेन्द्र मणि त्रिपाठी के नेतृत्व में गोरखपुर से जन संदेश टाइम्स के लॉंचिंग होने की खबर के साथ आसपास के जिलों में स्थित विभिन्न अखबारों के ब्यूरो कार्यालयों में भगदड़ सी स्थिति बनी हुई है
Sabhar:- B4M
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