क्या संप्रग का एक अंग तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी कांग्रेस का साथ छोड़ देंगी! अटकलों का बाजार गरम है.तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस, माकपा के साथ मिलकर उनकी पार्टी पर निशाना साध रही है.
पश्चिम बंगाल स्थित साल्ट लेक में सरकार की ओर से इंदिरा भवन का नाम बदले जाने के निर्णय के खिलाफ कांग्रेस के विरोध तेज करने की धमकी के बीच तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस, माकपा के साथ मिलकर उनकी पार्टी पर निशाना साध रही है.
इंदिरा भवन मुद्दे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध-प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बनर्जी ने कहा, पश्चिम बंगाल में माकपा और कांग्रेस कार्यकर्ता मिल गए हैं. केशपुर और जारबेटा जैसे इलाकों में हमारे कार्यकर्ताओं पर हमले किए जा रहे हैं.
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ता दुष्प्रचार अभियान चला रहे हैं.
उन्होंने कहा, इंदिरा भवन मुद्दे पर कांग्रेस के कुछ लोग अभियान चला रहे हैं. वह सड़क मार्ग बाधित कर रहे है और मुझे रोज अपशब्द कह रहे हैं. लेकिन मैंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या सोनिया गांधी के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा.
ममता ने कहा कि यह एक अतिथि गृह था. जिसमें दिवंगत मार्क्सवादी नेता ज्योति बसु करीब एक दशक तक रहे थे.उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग अब उत्तेजित हो रहे हैं लेकिन वे उस समय चुप थे जब इसे माकपा कार्यालय के रूप में उपयोग किया जा रहा था जब ज्योति बसु उसमें ठहरे हुए थे.
ममता ने कहा कि उनकी पार्टी इंदिरा गांधी के प्रति सम्मान का भाव रखती है और कोलकाता नगर निगम ने पूर्व प्रधानमंत्री की एक प्रतिमा भी स्थापित की है.
ममता ने कहा, जब माकपा ने ज्योति बसु के निधन के बाद इमारत को लौटा दिया गया तब छह सरकारी विभाग इसका उपयोग करना चाहते थे. लेकिन हमने कहा कि इसमें ‘नजरूल अकादमी’ स्थापित की जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि इस इमारत को कवि के संग्रहालय और भारत-बांग्लादेश मैत्री की बुनियाद के रूप में स्थापित करना चाहिए.बहरहाल, कांग्रेस ने राज्य में विरोध-प्रदर्शन तेज करने की चेतावनी दी है.
कांग्रेस ने कहा कि इसका स्मारक और संग्रहालय के रूप में विकास किया जाना चाहिए जो इंदिरा गांधी के जीवन को समर्पित हो.
पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने उम्मीद जताई कि ममता बनर्जी सरकार ‘इंदिरा भवन’ का नाम बदले जाने की पहल से पीछे हट जाएगी. जिसे क्रांतिकारी कवि काजी नजरूल इस्लाम का नाम दिया जा रहा है.
प्रदीप भट्टाचार्य पार्टी सांसद मौसम नूर के नेतृत्व में युवक कांग्रेस की ओर से आयोजित विरोध-प्रदर्शन के दौरान बोल रहे थे.उन्होंने कहा, ‘अगर ऐसा नहीं होता है तब हम राज्य में अपना विरोध प्रदर्शन तेज करेंगे.’
उल्लेखनीय है कि ममता पिछले साल बहु-ब्रांड खुदरा कारोबार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) और लोकपाल विधेयक में लोकायुक्तों के गठन वाले प्रावधान के मसलों पर कांग्रेस को शर्मिदा कर चुकी हैं और अब इमारत का नाम बदलने के मुद्दे पर उन्होंने कांग्रेस को एक और झटका दिया है.
तृणमूल हमारा गठबंधन: कांग्रेस
वही दूसरी तरफ कांग्रेस ने केंद्र में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के घटक दल तृणमूल कांग्रेस के साथ अपने मतभेदों को तूल न देते हुए मंगलवार को कहा कि ममता बनर्जी की नेतृत्व वाली पार्टी पश्चिम बंगाल और केंद्र सरकार में गठबंधन की सहयोगी है.
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस के साथ कुछ मतभेद हो सकते हैं लेकिन तथ्य यह है कि पश्चिम बंगाल और केंद्र में तृणमूल के साथ हमारा गठबंधन|
sabhar:-http://www.royalbulletin.com
पश्चिम बंगाल स्थित साल्ट लेक में सरकार की ओर से इंदिरा भवन का नाम बदले जाने के निर्णय के खिलाफ कांग्रेस के विरोध तेज करने की धमकी के बीच तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस, माकपा के साथ मिलकर उनकी पार्टी पर निशाना साध रही है.
इंदिरा भवन मुद्दे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध-प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बनर्जी ने कहा, पश्चिम बंगाल में माकपा और कांग्रेस कार्यकर्ता मिल गए हैं. केशपुर और जारबेटा जैसे इलाकों में हमारे कार्यकर्ताओं पर हमले किए जा रहे हैं.
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ता दुष्प्रचार अभियान चला रहे हैं.
उन्होंने कहा, इंदिरा भवन मुद्दे पर कांग्रेस के कुछ लोग अभियान चला रहे हैं. वह सड़क मार्ग बाधित कर रहे है और मुझे रोज अपशब्द कह रहे हैं. लेकिन मैंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या सोनिया गांधी के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा.
ममता ने कहा कि यह एक अतिथि गृह था. जिसमें दिवंगत मार्क्सवादी नेता ज्योति बसु करीब एक दशक तक रहे थे.उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग अब उत्तेजित हो रहे हैं लेकिन वे उस समय चुप थे जब इसे माकपा कार्यालय के रूप में उपयोग किया जा रहा था जब ज्योति बसु उसमें ठहरे हुए थे.
ममता ने कहा कि उनकी पार्टी इंदिरा गांधी के प्रति सम्मान का भाव रखती है और कोलकाता नगर निगम ने पूर्व प्रधानमंत्री की एक प्रतिमा भी स्थापित की है.
ममता ने कहा, जब माकपा ने ज्योति बसु के निधन के बाद इमारत को लौटा दिया गया तब छह सरकारी विभाग इसका उपयोग करना चाहते थे. लेकिन हमने कहा कि इसमें ‘नजरूल अकादमी’ स्थापित की जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि इस इमारत को कवि के संग्रहालय और भारत-बांग्लादेश मैत्री की बुनियाद के रूप में स्थापित करना चाहिए.बहरहाल, कांग्रेस ने राज्य में विरोध-प्रदर्शन तेज करने की चेतावनी दी है.
कांग्रेस ने कहा कि इसका स्मारक और संग्रहालय के रूप में विकास किया जाना चाहिए जो इंदिरा गांधी के जीवन को समर्पित हो.
पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने उम्मीद जताई कि ममता बनर्जी सरकार ‘इंदिरा भवन’ का नाम बदले जाने की पहल से पीछे हट जाएगी. जिसे क्रांतिकारी कवि काजी नजरूल इस्लाम का नाम दिया जा रहा है.
प्रदीप भट्टाचार्य पार्टी सांसद मौसम नूर के नेतृत्व में युवक कांग्रेस की ओर से आयोजित विरोध-प्रदर्शन के दौरान बोल रहे थे.उन्होंने कहा, ‘अगर ऐसा नहीं होता है तब हम राज्य में अपना विरोध प्रदर्शन तेज करेंगे.’
उल्लेखनीय है कि ममता पिछले साल बहु-ब्रांड खुदरा कारोबार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) और लोकपाल विधेयक में लोकायुक्तों के गठन वाले प्रावधान के मसलों पर कांग्रेस को शर्मिदा कर चुकी हैं और अब इमारत का नाम बदलने के मुद्दे पर उन्होंने कांग्रेस को एक और झटका दिया है.
तृणमूल हमारा गठबंधन: कांग्रेस
वही दूसरी तरफ कांग्रेस ने केंद्र में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के घटक दल तृणमूल कांग्रेस के साथ अपने मतभेदों को तूल न देते हुए मंगलवार को कहा कि ममता बनर्जी की नेतृत्व वाली पार्टी पश्चिम बंगाल और केंद्र सरकार में गठबंधन की सहयोगी है.
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस के साथ कुछ मतभेद हो सकते हैं लेकिन तथ्य यह है कि पश्चिम बंगाल और केंद्र में तृणमूल के साथ हमारा गठबंधन|
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