कर्मकुंडली में जब भी कोई ग्रह शुभ स्थानस्थ होकर अपनी उच्च या नीच राशि में स्थित होते हुए ग्रहगोचरानुसार उस राशि में प्रवेश करता है, तो विशेष फलदायी होता है। इसके विपरित विशेष कष्टकारी सिद्ध होता है। राहु-केतु एवं शनि कलियुग में विशेष कारक ग्रह है। स्वतंत्र भारत की जन्मकुंडली में राहु-केतु क्रमश: अपनी उच्च राशियों वृष एवं वृश्चिक में स्थित है। स्वराशिस्य चंद्रमा पराक्रम भाव में पंचग्रही योग बना रहा है एवं बृहस्पति के साथ गजकेसरी योगकारक है। 2020 में ग्रह गोचरानुसार राहु-केतु क्रमश: अपनी-अपनी उच्च राशियों में स्थित होंगे, जिसके फलस्वरूप 2020 में भारत विश्व की महाशक्ति होगा।
वर्तमान ग्रहगोचरानुसार राहु-केतु क्रमश: अपनी-अपनी नीच राशि वृश्चिक एवं वृष में 6 दिसंबर 2012 तक रहेंगे। भारत एवं यू.पी.ए सरकार के लिए कठिन परीक्षा का समय है। आकस्मिक राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिलेंगे। केंद्रीय शासन सत्ता के प्रमुख नेताओं की मान-प्रतिष्ठा पर विपक्ष के आरोप-प्रत्यारोपों के कारण आंच के योग है। समय 10 दिसंबर 2011 से 25 दिसंबर 2011 मध्य विशेष अनिष्टकारक है। 10 दिसंबर 2011 को 18.15 से 21.48 मध्य खग्रास चंदग्रहणD/P/K/N/S/A initial के राष्ट्रीय नेताओं के लिए विशेष अशुभफलप्रद है।
अन्ना हजारे एवं मायावती की जन्मकुंडलियों में राहु-केतु अपनी-अपनी नीच राशियों में स्थित है। अन्ना हजारे की जन्मकुंडली में क्रमश: चतुर्थ एवं दशम भावस्थ चंद्रकेतु एवं राहु के कारण सुख भाव में ग्रहण योग के कारण 10 दिसंबर 2011 से 25 दिसंबर 2011 मध्य आमरण अनशन के पूर्ण योग है। समय खग्रास चंद्रग्रहण के फलस्वरूप अनिष्टकारक है। आरोप-प्रत्यारोपों के कारण मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा धूमिल होगी। A/R/D/P initial के नेताओं के कटाक्ष असहनीय होंगे।
मायावती की जन्मकुंडली में भी राहु-केतु दशम एवं चतुर्थ भाव में नीचस्थ होने के कारण 6 दिसंबर 2012 तक विशेष शुभ फलदायी है। चंदग्रहण के प्रभाव 25 दिसंबर 2011 तक मायावती के लिए भी अनिष्टकारक है।
25 दिसंबर 2011 के उपरांत अन्ना हजारे एवं मायावती बनाम बसपा के ग्रह गोचरानुसार अनुकूल होना शुरू हो जाएंगे जो 25 जनवरी से 5 फरवरी 2012 मध्य विशेष योगकारक सिद्ध होंगे।
मायावती को यू.पी. में हराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। अन्ना इफैक्ट के कारण ध्रुविकरण एवं त्रिकोण-संघर्ष का सीधा फायदा बसपा को होगा। शनि-बृहस्पति, राहु-केतु एवं बुध ग्रहों के सूक्ष्म-प्रत्यंतर दशाओं एवं सिद्ध योग्नियों के अंतर-प्रत्यंतर फलस्वरूप बी.एस.पी 240 सीटों का आंकड़ा पार कर लेगी।राजनीतिक भविष्य वक्ताओं एवं समीक्षकों की आशाओं के विपरीत परिणाम चौंकाने वाले होंगे। मायावती की बुध की महादशा 24 मई 2013 से शुरू होने जा रही है जो 24 मई 2030 तक रहेगी, बुध के शुभत्व हेतु मायावती को मुख्य सुरक्षित सीट पर हिजड़ा उम्मीदवार घोषित करना योगकारक सिद्ध होगा। बी.एस.पी. का परचम देश के अन्य भागों में भी देखने को मिलेगा। पार्टी की छवि में उत्तरोत्तर बढ़ोतरी के योग है।
उच्च-निम्न एवं पिछड़ा वर्ग विशेष सहयोग कारक सिद्ध होगा। N/S/A initial के राष्ट्रीय नेताओं के सहयोग से दिल्ली का मार्ग प्रशस्त होता नजर आएगा।
सुशिक्षित युवा नेता एवं महिला प्रत्याशियों को प्रोत्साहन विशेष कारक सिद्ध होगा। दागी एवं बाहुबली नेताओं से परहेज रखें। शनि में बृहस्पति अंतर एवं मंगल-राहु के सूक्ष्म प्रत्यांतर में अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। आग्रेय शस्त्र प्रहार हो सकता है। बृहस्पति के पूर्ण शुभत्व हेतु 9:25 रात्रि का उत्तम क्वालिटी का पुखराज विशेष विधि द्वारा अभिमंत्रित करवा कर प्रथम अगुंली में बृहस्पति के नक्षत्र में निर्देशित समय में धारण करना विशेष लाभदायक सिद्ध होगा।
बृहस्पति पंचमेश होकर लग्र में योगकारक सूर्य की राशि में विराजमान है। विशेष योगकारक है अष्टमेश होने के संकेत है। अंत: बृहस्पति अंतर विशेष एहतियात कारक है। H/D/G initial के व्यक्ति विशेष से सावधान रहें।
अन्ना हजारे एवं मायावती की जन्मकुंडलियों में राहु-केतु अपनी-अपनी नीच राशियों में स्थित है। अन्ना हजारे की जन्मकुंडली में क्रमश: चतुर्थ एवं दशम भावस्थ चंद्रकेतु एवं राहु के कारण सुख भाव में ग्रहण योग के कारण 10 दिसंबर 2011 से 25 दिसंबर 2011 मध्य आमरण अनशन के पूर्ण योग है। समय खग्रास चंद्रग्रहण के फलस्वरूप अनिष्टकारक है। आरोप-प्रत्यारोपों के कारण मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा धूमिल होगी। A/R/D/P initial के नेताओं के कटाक्ष असहनीय होंगे।
मायावती की जन्मकुंडली में भी राहु-केतु दशम एवं चतुर्थ भाव में नीचस्थ होने के कारण 6 दिसंबर 2012 तक विशेष शुभ फलदायी है। चंदग्रहण के प्रभाव 25 दिसंबर 2011 तक मायावती के लिए भी अनिष्टकारक है।
25 दिसंबर 2011 के उपरांत अन्ना हजारे एवं मायावती बनाम बसपा के ग्रह गोचरानुसार अनुकूल होना शुरू हो जाएंगे जो 25 जनवरी से 5 फरवरी 2012 मध्य विशेष योगकारक सिद्ध होंगे।
मायावती को यू.पी. में हराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। अन्ना इफैक्ट के कारण ध्रुविकरण एवं त्रिकोण-संघर्ष का सीधा फायदा बसपा को होगा। शनि-बृहस्पति, राहु-केतु एवं बुध ग्रहों के सूक्ष्म-प्रत्यंतर दशाओं एवं सिद्ध योग्नियों के अंतर-प्रत्यंतर फलस्वरूप बी.एस.पी 240 सीटों का आंकड़ा पार कर लेगी।राजनीतिक भविष्य वक्ताओं एवं समीक्षकों की आशाओं के विपरीत परिणाम चौंकाने वाले होंगे। मायावती की बुध की महादशा 24 मई 2013 से शुरू होने जा रही है जो 24 मई 2030 तक रहेगी, बुध के शुभत्व हेतु मायावती को मुख्य सुरक्षित सीट पर हिजड़ा उम्मीदवार घोषित करना योगकारक सिद्ध होगा। बी.एस.पी. का परचम देश के अन्य भागों में भी देखने को मिलेगा। पार्टी की छवि में उत्तरोत्तर बढ़ोतरी के योग है।
उच्च-निम्न एवं पिछड़ा वर्ग विशेष सहयोग कारक सिद्ध होगा। N/S/A initial के राष्ट्रीय नेताओं के सहयोग से दिल्ली का मार्ग प्रशस्त होता नजर आएगा।
सुशिक्षित युवा नेता एवं महिला प्रत्याशियों को प्रोत्साहन विशेष कारक सिद्ध होगा। दागी एवं बाहुबली नेताओं से परहेज रखें। शनि में बृहस्पति अंतर एवं मंगल-राहु के सूक्ष्म प्रत्यांतर में अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। आग्रेय शस्त्र प्रहार हो सकता है। बृहस्पति के पूर्ण शुभत्व हेतु 9:25 रात्रि का उत्तम क्वालिटी का पुखराज विशेष विधि द्वारा अभिमंत्रित करवा कर प्रथम अगुंली में बृहस्पति के नक्षत्र में निर्देशित समय में धारण करना विशेष लाभदायक सिद्ध होगा।
बृहस्पति पंचमेश होकर लग्र में योगकारक सूर्य की राशि में विराजमान है। विशेष योगकारक है अष्टमेश होने के संकेत है। अंत: बृहस्पति अंतर विशेष एहतियात कारक है। H/D/G initial के व्यक्ति विशेष से सावधान रहें।
-संतबेतरा अशोका(प्रैसवार्ता)
सुर्दशन चक्र ज्योतिष(विश्व में अद्वितीय),
गाजियाबाद, मो. 099110-62111, 9990014155
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