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Nandita Mahtani hosts a birthday party for Tusshar Kapoor

http://www.sakshatkar.com/2017/11/nandita-mahtani-hosts-birthday-party.html

अमरनाथ यात्रा रोकने की साजिश

नीलू रंजन, नई दिल्ली
कश्मीर में ताजा हिंसक प्रदर्शन के पीछे अलगाववादियों का असली मकसद सालाना अमरनाथ यात्रा को बाधित करना है, सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो यही सच्चच्ई है। उनके ऐसा मानने का आधार प्रदर्शन का तरीका है, जो ठीक उसी तरह का है जिस तरह पिछले साल अमरनाथ यात्रा के समय हुआ था। गुरुवार से 55 दिनों की पवित्र अमरनाथ यात्रा शुरू हो रही है। कश्मीर में हिंसक प्रदर्शन ठीक इससे पहले हुआ है। संभावना है कि सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए खुद चिदंबरम दो जुलाई को राज्य का दौरा करेंगे। गृह मंत्रालय इस घटना को कितनी गंभीरता से ले रहा है इसका अंदाजा चिदंबरम के बयान से लगाया जा सकता है, जिसमें उन्होंने साफ कर दिया कि ताजा घटनाक्रम के पीछे आतंकियों का हाथ है। सुरक्षा एजेंसियां ताजा घटनाक्रम को अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी से जोड़कर देख रही हैं। सोपोर, बारामूला व उसके आस-पास का इलाका, जहां सबसे अधिक हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं, गिलानी के प्रभाव क्षेत्र में आता है। सुरक्षा एजेंसी से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गिलानी ने 19 जून को ही अमरनाथ यात्रा को 55 दिनों से कम कर 15 दिन करने की मांग की थी और इसे लेकर पूरे राज्य में व्यापक प्रदर्शन करने की धमकी दी थी। इसके बाद उन्हें 25 जून को जनसुरक्षा कानून के तहत घर में नजरबंद कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि ज्यादातर हिंसक वारदात इसी के बाद हुईं। गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने सुरक्षा बलों को हर संभव संयम बरतने की सलाह देते हुए ताजा हिंसक घटनाओं के लिए सीआरपीएफ का खुलकर बचाव भी किया है। उन्होंने कहा कि 25 जून से अब तक हिंसक घटनाओं में सीआरपीएफ के 53 जवान घायल हुए हैं। इससे साफ है कि वे किन मुश्किल हालात में काम कर रहे हैं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का समर्थन करते हुए जनता से बच्चच्ं को कफ्र्यू के दौरान घर में रखने की अपील की है, ताकि आतंकवादी उनकी आड़ में सुरक्षा बलों को निशाना न बना सकें। उमर ने कहा था कि यह कानून-व्यवस्था से जुड़ी साधारण स्थिति नहीं है। यह विचारों और विचारधाराओं की लड़ाई है। कई राष्ट्र विरोधी ताकतें और निहित स्वार्थ रखने वाले लोग मिलकर अशांति फैला रहे हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि संवेदनशील युवकों को भड़काया जा रहा है और आगे लाया जा रहा है, जिसके नतीजतन दु:खद घटनाएं हो रही हैं। गृह मंत्रालय अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित है। उसे लग रहा है कि अलगाववादियों का साथ देते हुए आतंकी यात्रा को बाधित करने की हरसंभव कोशिश कर सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियों को ऐसी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। इसके अलावा यात्रा के शांतिपूर्ण संचालन के लिए बीएसएफ के लगभग 3,000 जवानों को विशेष विमान से कश्मीर भेजा गया है।
साभार - दैनिक जागरण

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