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Nandita Mahtani hosts a birthday party for Tusshar Kapoor

http://www.sakshatkar.com/2017/11/nandita-mahtani-hosts-birthday-party.html

नक्सलियों का खूनी खेल जारी

नई दिल्ली, 08 जुलाई 2010 (एजेंसी) । देश के सात राज्यों में नक्सलियों द्वारा बुलाए गए दो दिनों के बंद के दूसरे दिन आज भी नक्सलियों का उत्पात जारी है।ख़बरों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में नक्सलियों ने अलग-अलग जगहों पर 8 हमले किए हैं। नक्सलियों के निशाने पर मुख्य रूप से रेल पटरियां और सुरक्षा बल हैं। नक्सलियों ने उड़ीसा के क्योंझर जिले में एक गेस्ट हाउस को घेर रखा है। बताया जाता है कि इस गेस्ट हाउस में करीब 150 लोग हैं। इसके अलावा उड़ीसा में नक्सलियों ने एक पुलिस थाने पर हमला किया जहां दो लोग मारे गए हैं और दो लोग ज़ख़्मी बताए जा रहे हैं। इसके अलावा बिहार के लातेहार और झारखंड के धनबाद जिले में नक्सलियों ने एक रेल पटरी को बम से उड़ा दिया है।वहीं, छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने गुरुवार को पुलिस थाने पर गोलीबारी की और एक कांग्रेस के नेता के घर पर हमला कर दो लोगों को मार डाला। हमले में दो अन्य घायल हो गए। राज्य के पुलिस विभाग के प्रवक्ता और आईजी राजेश मिश्रा ने बताया कि दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा पुलिस थाने पर गुरुवार तड़के सशस्त्र नक्सलियों ने हमला कर दिया, जिसका पुलिस के जवानों ने भी जवाब दिया। वहीं, पास के गांव नकुलनार में नक्सलियों ने कांग्रेस नेता अवधेश गौतम के घर पर हमला किया। इस घटना में गौतम के दो संबंधी मारे गए, जबकि उनका एक सुरक्षाकर्मी और बेटा घायल हो गया।मिश्रा ने बताया कि गुरुवार तड़के नक्सलियों के एक दल ने जब अवधेश गौतम के घर पर अचानक हमला किया तो वहां तैनात पांच सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई की। इस घटना में गौतम के साले और एक अन्य संबंधी की मौत हो गई। हमले में उनका एक सुरक्षाकर्मी और 11 साल के बेटा घायल हो गए। घटना में गौतम को चोट नहीं आई हैं। नक्सलियों के एक अन्य दल ने भी कुआकोंडा थाने पर गोलीबारी की, जिसका पुलिस दल ने जवाब दिया। थाने में किसी पुलिसकर्मी के हताहत होने की जानकारी नहीं है। पुलिस अधिकारियों ने दावा किया है कि इस घटना में लगभग छह नक्सली भी मारे गए हैं। हालांकि उनके शव नहीं मिले हैं।इससे पहले बुधवार को नक्सलियों ने दो दिवसीय बंद के पहले दिन ग्रामीण एवं अंदरूनी इलाकों में आम जनजीवन बुरी तरह बाधित हुआ। नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले इलाकों में व्यापक असर देखा गया और कई जगहों पर रेल व सड़क सेवाएं बाधित हुईं। उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश तथा महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। ट्रेनों के माओवादी के आसान निशाने बनने के साथ ही स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और माओवादी प्रभावित इलाकों में रेल पटरियों की गश्ती की जा रही है।

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