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Nandita Mahtani hosts a birthday party for Tusshar Kapoor

http://www.sakshatkar.com/2017/11/nandita-mahtani-hosts-birthday-party.html

हेडली ने खोली आईएसआई की पोल

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई मुंबई हमलों की तैयारी में अहम तौर पर शामिल थी। भारत सरकार के खुफिया दस्तावेज के आधार पर एक रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है। यह दस्तावेज पाकिस्तानी मूल के आतंकी डेविड हेडली से पूछताछ के बाद तैयार किए गए हैं। ब्रिटिश अखबार ‘द गार्डियन’ ने कहा है कि हेडली से पूछताछ के बाद तैयार 109 पेज के दस्तावेज में इस बात का ब्योरा है कि आईएसआई हमले में पूरी तरह शामिल रही थी। इसके मुताबिक पूछताछ के दौरान, हेडली ने कई ऐसी बैठकों के बारे में बताया, जिनमें आईएसआई के अधिकारी और मुंबई हमले के लिए जिम्मेदार लश्कर-ए-ताइबा के आतंकवादी शामिल रहे थे।शीर्षस्थ आतंकी से जेल में मुलाकात की थीहेडली ने यह भी दावा किया कि हमलों में सहायता का आईएसआई का एक मकसद यह भी था कि पाकिस्तान सरकार और सुरक्षा प्रतिष्ठानों से अच्छे संबंध रखने वाले आतंकवादी गुटों को और मजबूती दी जाए। खबर के मुताबिक कि हेडली ने दावा किया कि उसके कम से कम दो अभियानों में आंशिक तौर पर आईएसआई ने धन दिया था और वह नियमित तौर पर आईएसआई को मिशन के बारे में बताता था। हेडली ने बताया कि उसने भारत में आठ बार टोही अभियान को अंजाम दिया था, जिसमें से एक के लिए उसे आईएसआई से जुड़े आका ने 25 हजार डॉलर दिए थे। हेडली ने बताया कि आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल शुजा पाशा ने हमले के बाद लश्कर के एक शीर्षस्थ आतंकवादी से जेल में मुलाकात की थी। यह मुलाकात पूरे अभियान को समझने के लिए थी।साजिशकर्ता से कर्नल शाह बात करता थाअखबार के मुताबिक, यूरोपीय और अमेरिकी सुरक्षा सेवाओं को अब डर है कि लश्कर ने क्षेत्रीय एजेंडे से हटकर अब वैश्विक एजेंडा बना लिया है, जिसमें पश्चिम और पश्चिमी हितों पर हमले करना भी शामिल है। अब तक लश्कर का पूरा ध्यान जम्मू-कश्मीर पर रहता था। अखबार ने कहा है कि हेडली का दावा है कि आईएसआई को भारत में हमले की जरूरत को लेकर कोई संशय नहीं था। एजेंसी का मकसद कश्मीर आधारित संगठनों के और विघटन को रोकना, उन्हें उनकी किसी उपलब्धि का अहसास दिलाना और पाकिस्तान से हिंसा खत्म करके भारत में हिंसा फैलाना था। हेडली ने आईएसआई के ‘कर्नल कामरान’ के साथ एक बार हुई बैठक के बारे में भी बताया। इसके अलावा हेडली ने ‘मेजर इकबाल’ और ‘मेजर समीर अली’ के साथ हुई कई बैठकों के बारे में भी जानकारी दी। उसने दावा किया कि एक साजिशकर्ता से कर्नल शाह बात करता था।हेडली की बीवियों ने नहीं दी थी खास सूचनाअमेरिका ने माना है कि लश्कर-ए-ताइबा के आतंकवादी डेविड हेडली की तीन बीवियों में से दो ने साल 2007 और 2008 में उसके आतंकियों से संबंध होने के बारे में कई बार जानकारी दी थी, लेकिन भारत को आतंकी हमलों के समय और स्थानों के बारे में कोई विशिष्ट सूचना उपलब्ध नहीं कराई जा सकी। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता पीजे क्राउले ने बताया कि हमारी हेडली की बीवियों से जो बात हुई, उसमें इस बारे में कोई विशिष्ट सूचना नहीं मिली कि वह किससे जुड़ा था और वे लोग क्या करने की साजिश रच रहे थे। क्राउले की यह टिप्पणी भारत द्वारा उठाए गए उन सवालों के बाद आई है जिनमें पूछा गया था कि अमेरिका ने हेडली के नाम के बारे में भारत को क्यों नहीं बताया? भारत मानता है कि हेडली का नाम बताए जाने पर उसे गिरफ्तार किया जा सकता था।
एजेंसी

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