गृह मंत्रालय की गोपनीय जानकारी लीक करने के मामले में फंसे आईएएस अधिकारी रवि इंदर सिंह को मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया गया। रवि इंदर गृह मंत्रालय के आंतरिक सुरक्षा विभाग में निदेशक के पद पर तैनात है। आंतरिक सुरक्षा विभाग के सचिव यूके बंसल ने कहा कि गृह मंत्रालय में किसी बड़े अधिकारी का गोपनीय जानकारी लीक करना मंत्रालय के लिए चिंता का विषय है। इस बीच, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गृह मंत्रालय को अब तक की जांच की अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में इस ‘भेदिये’ का कच्चा चिठ्ठा मौजूद है। स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक, मामले में मंत्रालय के तीन आईपीएस अधिकारियों से भी पूछताछ की जा रही है, इनमें से दो महाराष्ट्र कैडर के और एक मध्य प्रदेश कैडर का है। सांठगांठ इसी दलाल से थीगृह मंत्रालय के सूत्र बताते हैं कि इस गड़बड़झाले में विनीत नाम के शख्स की अहम भूमिका है। पश्चिम बंगाल का निवासी विनीत दूरसंचार कंपनियों के लिए दलाली का काम करता था। रवि इंदर सिंह की सांठगांठ इसी दलाल से थी। विनीत को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार आरोपी अफसर, विनीत के ही इशारे पर मंत्रालय से कंपनियों को सुरक्षा मामले में हरी झंडी दिलाने के लिए सूचनाएं लीक करता था। वह सिर्फ गोपनीय जानकारी ही बाहर नहीं पहुंचाता था बल्कि अपने अधिकारियों के सामने भी कंपनियों के बारे में गलत तथ्य पेश करता था ताकि अधिकारी सुरक्षा मामले की हरी झंडी आसानी से दे दें। दलालों के फोन टेप सूत्र बताते हैं कि दलाल के साथ रवि इंदर फोन पर ज्यादातर बातें कोडवर्ड में बात करता था। दरअसल, खुफिया विभाग कुछ दिनों से निजी दूरसंचार कंपनियों के दलालों के फोन टेप कर रही थी। उसी दौरान विभाग को शक हुआ कि गृह मंत्रालय का कोई बड़ा अधिकारी गोपनीय सूचनाएं इस लॉबी को दे रहा है। जांच के बाद मामले में रवि इंदर की भूमिका पुख्ता होती चली गई। फोन टैपिंग के दौरान कंपनियों और दलालों के बीच करोड़ों की रकम लेनदेन की बात होती थी। रवि इंदर इस काम में सरकारी फोन नहीं, बल्कि अलग से चार मोबाइल फोन इस्तेमाल करता था जो दलाल ने इसे दे रखे थे।शराब और शबाब का शौकीन है रवि इंदरगृह मंत्रालय में आंतरिक सुरक्षा के निदेशक के पद पर तैनात आईएएस अधिकारी रवि इंदर सिंह और विनीत नाम के दलाल के बीच कोड वर्ड में बातें होती थी। गोपनीय जानकारी देने और उसके बदले पैसा और सुविधाएं लेने के लिये जो बातें होतीं उसने मंत्रालय के आला अधिकारियों को भी हैरत में डाल दिया। रवि इंदर विनीत से हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर तैयार करने के लिये कहता। मामले की जांच और पूछताछ से पता चला है कि हार्डवेयर का मतलब होटल का कमरा और सॉफ्टवेयर का मतलब लड़की होती थी। आरोप है कि रवि इंदर की टेप की गई आवाज में वह कह रहा है कि पिछली बार का सॉफ्टवेयर ठीक नहीं था। यूक्रेन वाले सॉफ्टवेयर का क्या हुआ। जांच से साफ है कि दलाल काम के बदले रवि इंदर को लड़कियां भी सप्लाई किया करता था। इसी तरह काम और पैसे के बारे में कोड में लड्डू बन गया है प्रसाद तैयार करा कर भेज दो। यानी काम की हामी हो गई है पैसे का इंतजाम करवाओ। इस तरह की कई दिलचस्प मगर सनसनीखेज बातें इन दोनों की टेप में मौजूद हैं।
साभार : अमरउजाला.कॉम
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