शिमला। बेरोजगारों के साथ ठगी के मामले में फंसे एक निजी न्यूज चैनल का एमडी बेरोजगारों का पैसा वापस लौटाएगा. पुलिस की हिरासत में एक सहयोगी के आने के बाद एमडी ने सभी 22 बेरोजगार युवाओं के पैसे लौटाने का वादा किया है. शनिवार को न्यूज चैनल में नौकरी के नाम पर ठगे गए युवाओं तथा एमडी का आमना-सामना थाना सदर में हुआ. पुलिस की मौजूदगी में तमाम तरह के आरोप-प्रत्यारोप लगे. अंत में एमडी ने सभी बेरोजगारों के पैसा वापस करने का वायदा किया है. पुलिस ने उसको एक सप्ताह की मोहलत दी है.
पुलिस द्वारा की गई अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि इस पूरे प्रकरण का मास्टर माइंड कथित न्यूज चैनल का एमडी राजेंद्र विधान है. इस मामले में पुलिस हिरासत में लिये गए प्रेम सिंह को भी उसने मोहरा के रूप में इस्तेमाल किया. पुलिस का कहना है ठगी के शिकार युवा चाहते हैं कि उनका पैसा उन्हें वापस मिल जाए. आरोपी एमडी भी पैसा वापस लौटाने को तैयार है. इस स्थिति में अगर उसे गिरफ्तार कर लिया जाता है तो बेरोजगारों का पैसा अटक जाएगा. इसलिए बेरोजगार भी कानूनी कार्रवाई की बजाय पैसे वापस दिलाने का दबाव डाल रहे हैं. फिलहाल एमडी के पास अभी 50 हजार रुपये हैं, जबकि कुल रकम करीब साढ़े तीन लाख है. पुलिस ने बताया कि इतनी रकम का इंतजाम करने के लिए उसे एक सप्ताह का वक्त दिया गया है. डीएसपी सिटी बलबीर जसवाल ने कहा कि राजेंद्र विदान पैसा लौटाने को तैयार हो गया है. यह पूरे मामले का मास्टर माइंड है. आरोपी की गिरफ्तारी तय है.
कथित निजी न्यूज चैनल के एमडी का मोहरा बने प्रेम सिंह वर्मा ने कहा कि नेटवर्क डायरेक्टर के पद पर उसे तैनाती दी गई. हिमाचल में नेटवर्क खड़ा करने के आदेश दिए कहा कि प्रत्येक रिपोर्टर से 15,000 हजार और प्रत्येक ब्यूरो प्रमुख से 25,000 हजार लेने हैं. यह पैसा उनके प्रशिक्षण पर खर्च होगा. प्रशिक्षण के तुरंत बाद इन्हें प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र, पहचान पत्र और वेतन दिया जाएगा. प्रेम सिंह ने आरोप लगाया कि उसने पांच महीने तक काम किया पर इस दौरान उसे वेतन के रूप में एक रुपया तक नहीं दिया गया. वह खुद राजेंद्र विधान की ठगी का शिकार हुआ है, उसको जो भी पैसा या चेक मिला उसने राजेंद्र विधान को दे दिया. इसका रिकार्ड भी उसके पास मौजूद है.
Sabhar:- Bhadas4media.com
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