नोएडा से भी आधा दर्जन लोग कार्यमुक्त किए गए : महुआ न्यूज में जैसे बदहवासी छाई हुई है. पहली खबर मुंबई से है. महुआ न्यूज के ऑफिस पर ताला लगा दिया गया है. यहां काम करने वाले सात लोगों के लिए फरमान जारी कर दिया गया है. नोएडा में भी छह लोगों से जबरदस्ती इस्तीफा ले लिया गया है.
महुआ के मुंबई आफिस में काम वाले स्टाफ को स्पष्ट कह दिया गया है कि जो दिल्ली, लखनऊ जाना हो वो साथ आएं, जिन्हें इन जगहों पर नहीं जाना है वो अपने लिए नया ठिकाना ढूंढ लें. सूचना है कि महुआ खोबोर के लिए काम करने वालों को भी नमस्ते कर दिया गया है. ब्यूरोचीफ अविनाश को लखनऊ रिपोर्ट करने को कह दिया गया है. चार दिन पहले पहुंचे भूपेंद्र नारायण सिंह भूप्पी ने तालाबंदी की सूचना अपने सहकर्मियों को सुनाई. सभी को सीधा फरमान सुना दिया गया, जिन्होंने अपनी परेशानी बताई उन्हें नया ठौर तलाश लेने को कहा गया.
महुआ चैनल की शुरुआत से ही महुआ ने यहां अपना कर्मचारी नियुक्त कर रखा था. तब के दौर में संजय सिंह स्ट्रिंगर हुआ करते थे. बाद में महुआ ने मुंबई में अपने को विस्तार देते हुए लोवर परेल में स्थित सहयोगी कंपनी पिक्सियान के बिल्डिंग में कार्यालय खोला. संजय सिंह को ब्यूरोचीफ बना दिया गया तथा लगभग डेढ़ दर्जनों लोगों को नियुक्त किया गया. सब ठीक ठाक चल रहा था, परन्तु अपनी आदत के मुताबिक पीके तिवारी पत्तों को फेंटना शुरू कर दिया. संजय को मोहरा बनाकर पुराने कर्मचारियों को निकलवाया गया. इसके बाद संजय सिंह को भी प्रबंधन ने परेशान करना शुरू किया तो उन्होंने इस्तीफा दे दिया.
इसके बाद दिल्ली से कुछ समय पहले ही वहां भेजे गए अविनाश सिंह को ब्यूरोचीफ बना दिया गया. इसके बाद महुआ का काम चल रहा था कि अचानक तालाबंदी से सभी की दीवाली काली हो गई है. छंटनी और खर्चा कम करने के नाम पर वरिष्ठ लोग बिल्कुल ही संवेदनहीन हो चुके हैं. पीके तिवारी तो लग रहा है कि अपने नाम अनुरूप काम कर रहे हैं. मुंबई महुआ में अनिनाश सिंह के अलावा संदीप आर्य सिंह, अभिषेक हलदार, गुलाब यादव, राजनारायण सिंह, दीपक सिंह तथा विकास सिंह कार्यरत थे. भूप्पी ने साफ कहा कि अब इस ऑफिस की जरूरत नहीं है, हम खबरें एएनआई से कम कीमत में खरीद लेंगे.
इधर, महुआ हेड ऑफिस नोएडा में भी परफारमेंस को आधार बनाकर आधा दर्जन पुराने लोगों से जबरदस्ती रिजाइन ले लिया गया. ये सभी लोग महुआ की लांचिंग या शुरुआती दौर से ही चैनल से जुड़े हुए थे. एंकर प्रियंका त्रिपाठी, अमृता चौरसिया का तो इस्तीफा ले लिया गया है, परन्तु खबर है कि एडिटोरियल से विनोद पांडेय, अवधेश मिश्रा तथा दो अन्य को भी इस लिस्ट में शामिल कर लिया गया है. हालांकि इन लोगों को अभी इस्तीफा देने को कहा नहीं गया है, परन्तु माना जा रहा है कि सोमवार को इन लोगों को भी बाय कर दिया जाएगा. प्रबंधन इतना बदहवास हो चुका है कि इसने अपने कर्मचारियों के साथ थोड़ी भी संवेदना बरतने की जरूरत नहीं समझी. बस भेड़-बकरियों की तरह चैनल से बाहर हांक दिया.
Sabhar:- Bhadas4media.com
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