काले धन को लेकर बाबा रामदेव ने जोरशोर से अभियान चलाया था लेकिन बाबा रामदेव के इस अभियान के बाद सरकार उनकी धुर विरोधी हो गई है और आयकर विभाग को बाबा रामदेव के पीछे लगा दिया है। आयकर विभाग की जांच के अनुसार बाबा रामदेव के विश्वासपात्र कर्मियों के नाम हजारों करोड़ की संपत्ति रजिस्टर्ड हैं यह संपत्ति रुडकी और हरीद्वार में है इसके अलावा भी देश विदेश में बाबा के ट्रस्ट की संपत्तियां है। लेकिन आपको बता दें कि जिन लोगों के नाम पर यह संपत्तियां खरीदी गई हैं वो बेहद मामूली जीवन यापन करने वाले लोग हैं ऐसे में आयकर विभाग इनके खिलाफ कालेधन का मामला दर्ज कर सकता है।
बाबा रामदेव के ट्र्स्ट की संपत्ति के बारे में बात करें तो पिछले वित्त वर्ष में बाबा रामदेव ने दिव्य योग मंदिर और पतंजलि योगपीठ का कुल टर्नओवर 1100 करोड़ रुपए बताया था। लेकिन इसके अलावा भी बाबा के कई प्रोजेक्ट हैं जिनपर करोड़ो रुपया लगना है। बाबा की हरिद्वार में दिव्य फार्मेसी से हर साल 50 करोड़ रुपए की आय होती है। बाबा रामदेव का 500 करोड़ की लागत से बनने वाला फूड पार्क भी आमदनी का अच्छा स्रोत है। बाबा रामदेव हर साल योग कैंप लगाते हैं जिससे हर साल कुल 25 करोड़ रुपए की कमाई होती है। इस कैंप में कुल 50,000 लोग शिरकरत करते हैं और हर व्यक्ति 5,000 रुपए रजिस्ट्रेशन फीस देता है। हर साल बाबा रामदेव की किताबों और सीडी की बिक्री से 2-3 करोड़ रुपए कमाई होती है।
बाबा रामदेव हरिद्वार में पतंजलि यूनिवर्सिटी बनाना चाहते हैं जिसपर कुल 100 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। बाबा रामदेव ने स्कॉटलैंड में एक द्विप भी खरीदा है साथ ही बाबा रामदेव एक धार्मिक चैनल के भी मालिक हैं लेकिन यह सब बाबा के नाम पर नहीं है।
आप लोग बाबा के जीवन चरित्र के बारे में बताइये लोगों को ..
ReplyDeleteक्या सिर्फ पैसों की रट लगा रखी हैं .. आपको भी तो गवर्नमेंट ने रिश्वत के पैसे दिए हैं बाबा को बदनाम करने के .. वो भी तो गिनाओ .. जब आप देश का भला नही कर सकते तो कोई और कर रहा हैं उसे तो करने दो..
आप लोगों सिर्फ पैसे दिखते हैं .. ये तो देखो वह पैसे लगा कहाँ रहे हैं . योग पीठ बनाने में .. देश का भला ही नही सारे विश्व का भला कर रहे हैं ..
बंद कर दो ये लोगो को यूँ बहकाना .. और लग देश के काम में ..
जय भारत