Sabhar- Bhadas4media.com ----यूपी में पुलिस गुंडों से भी ज्यादा आतंकित करती है. उनकी शैली जनसेवक की नहीं बल्कि मालिक की होती है. चीजें कानून से नहीं बल्कि उनकी मर्जी से चलनी चाहिए, खासकर गाजीपुर में. जहां किसी भी समय नियम-कानून को धत्ता बताकर आपके साथ कोई भी असंवैधानिक हरकत पुलिस आपके साथ कर सकती है. एक बार फिर गाजीपुर में पुलिस ने अपना काला चेहरा दिखाया, मीडिया पर रोक लगाने की कोशिश की, अपना आतंक फैलाने की साजिश रची, पर डीएम के आदेश तथा स्थानीय लोगों के तेवर देखकर पुलिस के कसबल ढीले पड़े तथा उन्हें पीछे हटना पड़ा.
मामला दो फरवरी का है. गाजीपुर के लंका मैदान में स्टार न्यूज के डिबेट का कार्यक्रम था. आठ बजे से इस खबर का लाइव प्रसारण होना था. इसके लिए कानूनी औपचारिकताएं भी नियमानुसार पूरी की जा चुकी थी. स्टार न्यूज के वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया तथा उनकी टीम ने प्रसारण की तैयारियां कर ली थी. तभी सात बजकर पचास मिनट पर गाजीपुर के एसपी सिटी अवधेश पाण्डेय एवं सदर कोतवाल धर्मवीर सिंह कार्यक्रम स्थल पर आए तथा आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए दीपक चौरसिया तथा उनकी टीम को प्रसारण तत्काल रोकने को कहा. बताया जा रहा है कि दीपक चौरसिया ने स्पष्ट किया कि इसके लिए सारी कानूनी औपचारिकताएं पूरी की गई हैं, इसमें चुनाव आयोग की किसी आचार संहिता का उल्लंघन भी नहीं हो रहा है, हम किसी पार्टी का प्रचार भी नहीं कर रहे हैं, तमाम जिलों में यह कार्यक्रम हुआ तो फिर यहां रोके जाने का औचित्य क्या है.
बताया जा रहा है कि वर्दी के नशे में चूर एसपी सिटी और पुलिसकर्मी दीपक चौरसिया की बात को सुनने की बजाय स्टार न्यूज की टीम से भिड़ गई. पुलिस वालों ने पत्रकारों से बदतमीजी एवं धक्का-मुक्की करने की भी कोशिश की. मीडियाकर्मियों को फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी भी दी गई. मौके पर उपजिलाधिकारी डा. एके सिंह भी पहुंचे, पर वे मामला सुलझाने की बजाय मीडियाकर्मियों से ही उलझने लगे. दीपक चौरसिया ने इसके बाद फोन डीएम को मिलाया तथा मामले की जानकारी दी. पुलिस वालों की हरामखोरी देखकर कार्यक्रम स्थल पर मौजूद लोग भी गुस्से में आ गए. वे पुलिस वालों की गुंडई का विरोध करने लगे. डीएम ने एसपी से इस मामले में बात की. गुस्साए लोगों ने भी पुलिस वालों को कार्यक्रम स्थल से दौड़ाकर भगाया. इस भीड़ में सभी दलों के नेताओं और लोगों के शामिल होने की वजह से पुलिस वाले मौके से सरकने में ही अपनी भलाई समझी. कुछ जद्दोजहद के बाद ही कार्यक्रम शुरू हो सका.
बताया जा रहा है कि एसपी सिटी बायस्ड होकर यह कार्यक्रम रूकवाने आए थे. सूत्रों का कहना है कि इसमें सत्ता पक्ष के एक विधायक तथा कुछ मीडियाकर्मी भी शामिल थे, जिनकी शह पर एसपी सिटी, एसडीएम तथा कोतवाल स्टार न्यूज के इस कार्यक्रम को बिगाड़ने तथा रुकवाने आए थे. बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में आए कुछ पुलिसकर्मी नशे में थे. स्टार न्यूज से जुड़े लोगों ने बताया कि स्थानीय राजनीति के चलते कार्यक्रम को रोकने की कोशिश की गई. पुलिस के इस रवैये स्थानीय मीडियाकर्मियों में भी रोष और नाराजगी है.
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