एक महिला वकील के साथ कथित सेक्स टेप के कारण चर्चा में आये अभिषेख मनु सिंघवी कुछ भी कहें लेकिन वे घटना से इंकार नहीं कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी में भी अभिषेक मनु सिंघवी के बचाव में सिर्फ यही कहा जा रहा है कि यह उनकी निजी जिंदगी है, उसमें सार्वजनिक जीवन को मिलाना ठीक नहीं होगा, लेकिन इस बीच अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट स्थित अपने चैम्बर को पूरा बदल दिया है।
सिंघवी ने कोर्ट से इस सीडी के प्रसारण पर रोक लगा दी तो कांग्रेस ने अभिषेक पर। उनकी गैरहाजिरी का कारण कांग्रेस पार्टी अभिषेक की नासाज तबियत बता रही है। अभिषेक ने इस सीडी को उन्हें बदनाम करने की साजिश करार देते हुए इसे फाइब्रीकेटेड बताया है। उन्होंने इसके प्रसारण पर सिर्फ कोर्ट से ही स्टे नहीं लिया, बल्कि उनकी पूरी टीम इंटरनेट की सोशल साइटों पर नजर रखे हुए है कि कही भी सीडी का कोई अंश प्रदर्शित न हो।
चर्चा है कि सीडी में अभिषेक के कार्यालय का फिल्माकन है, इसलिए अभिषेक ने अपने कार्यालय का पूरा हुलिया ही बदलवा दिया है। कार्यालय में हो रही एकाएक तोड़फोड़ से अचरज में पडे़ पड़ोसियों को बताया गया कि कार्यालय का इंटीरियर बदला जा रहा है। लेकिन इस बात का जवाब किसी के पास नहीं था कि उनके कार्यालय में रखी कानूनी किताबों के जिल्द तक क्यों बदले जा रहे हैं?
बहरहाल, चर्चा यह भी है कि उन्होंने जो कुछ किया वह सुप्रीम कोर्ट के अपने चैम्बर में किया जो कि निजी स्थान नहीं बल्कि सार्वजनिक स्थान है। सुप्रीम कोर्ट न्याय का मंदिर है और वहां उन्हें अश्लील हरकत करने के लिए सुरक्षित चैम्बर नहीं मिला है। अगर कर्नाटक विधानसभा में वीडियो पर अश्लील हरकत देखने के लिए विधायक को दंडित किया जा सकता है तो क्या अभिषेक मनु सिंघवी को सुप्रीम कोर्ट के अहाते में बैठकर अश्लील हरकत करने की सजा नहीं मिलनी चाहिए। फैसला जनता करे।
Sabhar- Visfot.com
No comments:
Post a Comment