पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ आतंकवादी तैयार किए थे। पाकिस्तान के सैन्य शासक रहे परवेज मुशर्रफ ने खुद अपने मुल्क की इस नापाक करतूत का खुलासा किया है। उन्होंने कुबूल किया कि पाक ने कश्मीर में लड़ने के लिए आतंकियों को प्रशिक्षण दिया। भारत लंबे समय से पाक पर आतंकवाद को पालने-पोसने का आरोप लगाता रहा है, लेकिन शीर्ष स्तर पर पहली बार किसी पाकिस्तानी नेता ने इस सच को स्वीकार किया है।मुशर्रफ के इस कुबूलनामे पर प्रतिक्रिया में भारत ने मंगलवार को कहा कि वह हमेशा से कहता आया है कि पाक सीमा पार से आतंकी संगठनों की मदद कर रहा है। केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने कहा कि यूपीए सरकार इस मामले को उसके तार्किक अंजाम तक पहुंचाने और इस दिशा में आगे कदम उठाने के लिए पूरी तरह सक्षम है।खूनी खेल को आतंकी समूहों को तैयार किया हाल ही में नई पार्टी बनाने वाले मुशर्रफ ने जर्मन पत्रिका डेर स्पीगल को दिए एक साक्षात्कार में माना कि भारत के खिलाफ कश्मीर में खूनी खेल खेलने के लिए आतंकी समूहों को तैयार किया गया। पूर्व सेना प्रमुख के मुताबिक नवाज शरीफ कश्मीर मुद्दे पर गंभीर नहीं थे और दुनिया ने भी इस विवाद से आंखें फेर ली थीं, इसी वजह से पाकिस्तान को छद्म युद्ध का रास्ता अख्तियार करना पड़ा। उन्होंने कहा कि अपने हितों को आगे बढ़ाने का हक हर देश को है। पूर्व राष्ट्रपति ने सफाई पेश करते हुए कहा कि जब भारत संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर पर चर्चा करने के लिए और इस मसले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने के लिए तैयार नहीं है, तो हम क्या करते।्रयूरोपीय देश भी नहीं बच पाएंगेकारगिल युद्ध के दौरान सेना प्रमुख रहे मुशर्रफ ने घुसपैठ पर अफसोस जताने से इनकार कर दिया। कारगिल घुसपैठ की वजह से 1999 में भारत-पाक युद्ध हुआ था। उनके मुताबिक अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने पाकिस्तान को हमेशा शैतान राष्ट्र की तरह देखा और कुछ खास वजहों से हमेशा भारत की तरफदारी की। हालांकि मुशर्रफ भी अन्य पाक नेताओं की तरह कश्मीर में हालिया हिंसा पर बयानबाजी से नहीं चूके। मुशर्रफ ने अमेरिका को सावधान करते हुए कहा कि अगर उसने बगैर जीत हासिल किए अफगानिस्तान छोड़ा तो यह उसकी सबसे बड़ी भूल होगी। अगर ऐसा हुआ तो भारत, पाक ही नहीं अमेरिका, ब्रिटेन और दूसरे यूरोपीय देश भी आतंकवाद के कहर से बच नहीं पाएंगे।एक्यू खान को बताया ‘चरित्रहीन’पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने बदनाम परमाणु वैज्ञानिक एक्यू खान को ‘चरित्रहीन’ बताया है। साथ ही उन्होंने खान के इस दावे को खारिज कर दिया कि पाकिस्तानी सेना की निगरानी में ईरान तथा उत्तर कोरिया जैसे देशों के साथ गुप्त परमाणु समझौते हुए थे। गौरतलब है कि पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के मार्गदर्शक माने जाने वाले खान ने यह दावा भी किया था कि उन्हें तत्कालीन सैन्य शासन ने परमाणु प्रसार में भूमिका कुबूल करने के लिए मजबूर किया था।
एजेंसी
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