पटना : पत्रकारिता के क्षेत्र में बेहतर काम करने वालों को सरकार पुरस्कृत करेगी। बिहार के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक विकास तथा महिलाओं, अल्पसंख्यकों और वंचित वर्गो के उत्थान से संबंधित समाचार, लेख, विश्लेषण, प्रसारण के लिए यह पुरस्कार मिलेगा। शताब्दी वर्ष के मौके पर शताब्दी पत्रकार सम्मान के नाम से इसकी शुरुआत का सरकार ने यह फैसला किया है। नियमावली भी तैयार हो गयी है। प्रिंट, इलेक्ट्रानिक, न्यूज एजेंसी, वेब पत्रकारों के साथ-साथ एक छायाकार हर साल इससे सम्मानित होंगे।
विभिन्न तरह के पांच पुरस्कारों के लिए एक-एक लाख रुपये तथा आजीवन उपलब्धि के लिए दो लाख रुपये की राशि और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जायेगा। शिवपूजन सहाय, रामवृक्ष बेनीपुरी, गुलाम सरवर जैसे लोगों के नाम पर पुरस्कार योजना की शुरुआत की जा रही है। जिसमें एक प्रिंट, एक इलेक्ट्रानिक, प्रिंट-इलेक्ट्रानिक के उर्दू तथा एक महिला पत्रकार और एक छायाकार को सम्मानित किया जायेगा।
शिवपूजन सहाय सम्मान : उपरोक्त विषय के लिए प्रिंट मीडिया के एक पत्रकार को समाचार-लेख विश्लेषण के आधार पर सम्मानित किया जाएगा।
रामवृक्ष बेनीपुरी सम्मान : इलेक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकार इस योजना से सम्मानित होंगे।
गुलाम सरवर सम्मान : प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकारों में से किसी एक को उर्दू में प्रकाशित, प्रसारित समाचार, विश्लेषण आदि के आलोक में प्रदान किया जाएगा।
भारती सम्मान : इलेक्ट्रानिक या प्रिंट मीडिया से किसी एक महिला पत्रकार को यह सम्मान मिलेगा।
छाया पत्रकारिता सम्मान : इस सम्मान से प्रिंट-इलेक्ट्रानिक मीडिया के छायाकारों में से किसी एक को सम्मानित किया जायेगा जिनके प्रकाशित-प्रसारित छायाचित्र बिहार के सामाजिक आर्थिक, शैक्षणिक विकास तथा महिलाओं, अल्पसंख्यकों और वंचित वर्गो के उत्थान से संबंधित होंगे।
आजीवन उपलब्धि पत्रकारिता सम्मान : तीस वर्षो से अनवरत रचनात्मक पत्रकारिता करते हुए राज्य में आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक सद्भावना बनाने एवं विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाले पत्रकारों में से किसी एक को यह सम्मान प्रदान किया जायेगा। सम्मान में अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र के साथ दो लाख रुपये की राशि भी प्रदान की जायेगी।
आजीवन उपलब्धि पत्रकारिता सम्मान को छोड़ अन्य पुरस्कार के लिए पत्रकारिता के क्षेत्र में न्यूनतम 10 वर्ष से सक्रिय व्यक्ति जिन्होंने पत्रकारिता के माध्यम से राज्य के आर्थिक सामाजिक, सांस्कृतिक एवं विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाएं दी हैं पात्र होंगे।
चयन समिति : प्रधान सचिव-सचिव सूचना एवं जनसम्पर्क की अध्यक्षता में गठित नौ सदस्यीय समिति चयन करेगी। निदेशक जनसम्पर्क इसके सदस्य सचिव होंगे। शेष सदस्यों में पत्रकारिता, संपादन एवं एकेडमिक क्षेत्र के जाने-माने व्यक्ति होंगे। इसमें महिला, अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति एवं जनजाति का प्रतिनिधित्व अनिवार्य होगा। समिति का कार्यकाल दो वर्षो का होगा। चयन समिति के निर्णय को अदालत में चुनौती नहीं दी जा सकेगी। साभार : जागरण
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