बिलासपुर. मस्तूरी क्षेत्र में अपहरण व प्रेम-प्रसंग का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। युवक-युवती ने भागकर शादी कर ली। युवती के परिजनों ने युवक पर अपहरण का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस दोनों को पकड़कर थाने ले आई।
युवती ने अपनी मर्जी से युवक से शादी करने की बात कही तो उसके परिजन समाज के डर से उसे थाने में ही छोड़कर चले गए। युवती को युवक के मां-बाप अपने साथ ले गए। अपहरण की धाराएं लगने के कारण पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
वेदपरसदा निवासी एक 22 वर्षीय युवती व मस्तूरी निवासी अमन श्रीवास्तव कालेज में पढ़ते थे। इसी दौरान उनमें प्रेम हो गया। दोनों ने साथ-साथ रहने का मन बना लिया। उनकी शादी में समाज आड़े आया। 2 मार्च की सुबह अमन युवती के घर वेदपरसदा पहुंचा और उसे अपनी कार में बिठाकर अपने साथ ले गया।
युवती के परिजनों ने मस्तूरी थाने पहुंचकर युवक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने युवक के खिलाफ धारा 365,366 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया। युवक को पकड़ने के लिए पुलिस ने उसके परिजनों को थाने में बिठा लिया। युवक-युवती ने रायपुर जाकर बंजारी मंदिर में शादी कर ली। युवक के परिजन उन्हें ढूंढते हुए रायपुर पहुंचे और दोनों को मस्तूरी थाने लेकर आए।
पुलिस ने युवती के परिजनों को भी बुला लिया। उनके सामने युवती ने बयान दिया कि उसने अपनी मर्जी से युवक से शादी की है। यह सुनकर युवती के परिजनों को समाज का ख्याल आया और युवती को थाने में ही छोड़कर लौट गए। युवती थाने में थी। पुलिस ने यहां कार्रवाई करने में गलती कर दी। उसने केवल युवक को कोर्ट में पेश किया। अपहरण की धाराएं लगने के कारण युवक कोर्ट से जेल चला गया। युवती को थाने से युवक के घरवाले अपने साथ ले गए।
एसडीएम के सामने नहीं कराया बयान
पुलिस ने कार्रवाई में गलती की। पुलिस ने यहां कोर्ट की भूमिका खुद ही अदा कर ली। युवती का सक्षम अधिकारी के सामने बयान नहीं कराया। एसआई ने खुद ही उसका बयान ले लिया और युवक को अकेले कोर्ट में पेश कर दिया। यहां पुलिस को युवती को भी कम से कम एसडीएम के कोर्ट में पेश करना था।
यहां उसका बयान लिया जाता और युवती के बयान से युवक संभवतया जेल जाने से बच जाता। आगे युवक तो बच जाएगा पर युवती को कोर्ट में आकर बयान देना होगा। इसमें कुछ दिन का समय जरूर लगेगा।
Source: dainik bhaskar news
No comments:
Post a Comment